Muzaffarpur: प्रतिशोध की आग, उसने मेरा घर फोड़ा, मैंने उसकी गोद उजाड़ने का किया निश्चय

मुजफ्फरपुर के व्यवसायी का अपहृत पुत्र सीतामढ़ी से सकुशल मुक्त। अपहर्ता को पुलिस ने किया गिरफ्तार पत्नी से भी चल रही पूछताछ। आपसी विवाद में अपहरण करने की स्वीकारी बात लाया गया सदर थाना। पुलिस ने अपहर्ता की पत्नी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 07:44 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 07:30 AM (IST)
Muzaffarpur: प्रतिशोध की आग, उसने मेरा घर फोड़ा, मैंने उसकी गोद उजाड़ने का किया निश्चय
पुलिस ने अपहर्ता की पत्नी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

मुजफ्फरपुर, जासं। सदर थाना के सुभाष नगर रोड नंबर आठ से व्यवसायी अविनाश चंद्र के 12 वर्षीय पुत्र बलवीर चंद्र उर्फ वीर को पुलिस ने सीतामढ़ी के रीगा थाना क्षेत्र से सकुशल मुक्त करा लिया है। अपहर्ता विक्रम गुप्ता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह सीतामढ़ी जिले के नगर थाना क्षेत्र के ततमा टोली का रहने वाला है। उसकी निशानदेही पर वीर को एक आम के बगान से मुक्त कराया गया। पूछताछ व छानबीन के बाद शुक्रवार देर शाम बच्चे और अपहर्ता को लेकर सदर थाना के दारोगा राजेश कुमार राकेश मुजफ्फरपुर पहुंचे। सिटी एसपी राजेश कुमार और नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने पूछताछ की। कहा कि आरोपित को जेल भेजने की कवायद चल रही है। बच्चा बिल्कुल ठीक है। इधर, पुलिस ने अपहर्ता की पत्नी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

यह है मामला

बता दें कि तीन मार्च की शाम कोचिंग से वीर का अपहरण कर लिया गया था। उसके पिता ने सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें आरोपित पर संदेह जाहिर किया था। इसी आधार पर पुलिस टीम सीतामढ़ी पहुंची। स्थानीय थाना के सहयोग से छापेमारी कर नगर थाना क्षेत्र से विक्रम को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर बच्चे को मुक्त कराया।

पत्नी से अलग रहता है आरोपित

वीर के मामा अनमोल कुमार ने बताया कि पूर्व में आरोपित की पत्नी और वीर की मां दोनों एक साथ हाजीपुर में पुलिस ऑफिस में डाटा ऑपरेटर के पद पर काम करती थीं। करीब पांच माह पूर्व नौकरी छोड़कर मुजफ्फरपुर आ गईं। यहीं पर दोनों प्राइवेट कंपनी में काम करने लगीं। आरोपित का पत्नी से संबंध बेहतर नहीं था। इसको लेकर दोनों के बीच हमेशा विवाद होता था। वह पत्नी से अलग रहता है। उसके साथ बेटा व पत्नी के साथ बेटी रहती है। आरोपित की पत्नी के व्यवसायी की पत्नी से अच्छे संबंध हैैं। दोनों सुभाष नगर में एक ही जगह रहती हैं।

बदला लेने की नीयत से किया अपहरण

आरोपित का कहना है कि पत्नी को व्यवसायी की पत्नी ने उसके खिलाफ भड़काया था। इससे दोनों के रिश्ते में दरार आ गई। इसका बदला लेने के लिए उसने वीर का अपहरण किया था।

बाइक से ले गया सीतामढ़ी

एक सप्ताह से आरोपित सुभाष नगर में रेकी कर रहा था। वीर के घर से निकलने का समय उसने पता कर लिया था। तीन मार्च की शाम को वह कोचिंग पहुंचा था। छात्र उस समय खेल रहा था। आरोपित ने उससे कहा कि तुम्हारी मौसी की तबीयत खराब है। जल्दी चलो। यह कहकर अपने साथ बाइक पर बैठाया और लेकर चला गया।

रोने पर दी थी धमकी

जब वह सीतामढ़ी की तरफ जाने लगा तो बच्चा रोने लगा। इस पर आरोपित ने डांट-फटकार करते हुए उसे धमकी दी। बच्चा काफी सहम गया और चुपचाप उसके साथ चला गया। आरोपित ने उसे अपने घर पर रखा। इसी बीच जब गुरुवार को मामले ने तूल पकड़ा और पुलिस की दबिश बढऩे लगी तो उसे आम के बगान में ले गया। वहां ले जाकर छोड़ दिया और कहा कि उसके माता-पिता को लेकर आते हैैं। बच्चा वहीं पर अकेला खड़ा रहा। इसी बीच पुलिस ने पहुंचकर उसे मुक्त करा लिया।

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