मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में बड़ी लापरवाही, सात मरीजों की निकालनी पड़ी आंख, 26 लोगों की आंखों की रोशनी प्रभाव‍ित

Muzaffarpur News सिविल सर्जन के पास पहुंची शिकायत जांच को बनी टीम मरीज को बनाया बंधक एसडीओ की पहल पर मरीज हुए मुक्त दर्द से कराहते रहे मरीज देखने वाला नहीं रहा कोई22 नवंबर को सुबह 10 बजे से लेकर एक बजे के बीच 26 मरीजों का हुआ था आपरेशन।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 09:44 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 10:11 AM (IST)
मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में बड़ी लापरवाही, सात मरीजों की निकालनी पड़ी आंख, 26 लोगों की आंखों की रोशनी प्रभाव‍ित
सिविल सर्जन को आंख निकालने की शिकायत करते स्वजन। जागरण

मुजफ्फरपुर, {अमरेंद्र त‍िवारी}। जूरन छपरा स्थित मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में मोतियाब‍िंंद आपरेशन के बाद संक्रमण की चपेट में आए सात मरीजों की आंख निकालनी पड़ी। उसके बाद मरीजों ने जमकर हंगामा किया। इस बीच अस्पताल कर्मी एक मरीज को बंधक बनाकर पूरे परिसर को छोड़कर भाग खड़े हुए। दर्द से परिसर में मरीज कराहते रहे लेकिन उसको देखने वाला नहीं रहा। एसडीओ के हस्तक्षेप के बाद उसे मुक्त कराकर एसकेएमसीएच भेजा गया। अब तक तीन मरीजों को एसकेएमसीएच भेजा गया है। सिविल सर्जन ने एसीएमओ डा.एसपी ङ्क्षसह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है।

नानी को बना लिया बंधक

निशा कुमारी ने शिकायत की है कि उसकी नानी को संक्रमित हो गई थीं। उनको बंधक बना लिया गया। शिकायत मिलने पर सीएस ने अनुमंडल पदाधिकारी को सूचना दी। एसडीओ ने पुलिस बल को भेजा उसके बाद वृद्धा को बाहर निकाला गया। निशा अपनी नानी को लेकर एसकेएमसीएच गई।

इस तरह से चला घटनाक्रम

सोमवार को दो दर्जन लोग आए। सभी आंख में दर्द व दिखाई नहीं देने की शिकायत लेकर पहुंचे थे। सबको बताया गया कि आंख में संक्रमण हो गया है। निकालना पड़ेगा। इस बीच अस्पताल परिसर में सात लोग आ गए जिनकी आंख निकाली गई थी। मरीज हंगामा करने लगे। हंगामा देख काउंटर बंद करके कर्मी जैसे-तैसे भाग निकले। उसके बाद मरीज के स्वजन पहुंचे सिविल सर्जन के पास शिकायत की। गोपी देवी, खुशबू देवी, रामजी राय आदि ने आरोप लगाया कि 22 नवंबर को सुबह दस से लेकर एक बजे के बीच करीब 26 लोगों का आपरेशन किया गया, सबको ऐसी परेशानी हो रही है। सभी अपने परिवार के कमाउ सदस्य हैं, अब क्या करेंगे। महुआ फूलवरिया के चंदन कुमार ने बताया कि पिता का इलाज कराया कि उनकी आंख निकाल दी गई है। मरीज को लेकर अपने आवास पर चले गए। पिता ही सारे काम करते थे।

बोले- अस्पताल के सचिव

अस्पताल के सचिव दिलीप जालान ने कहा कि घटना दुखद है। अस्पताल की ओर से जांच टीम का गठन किया गया है। जिनको तकलीफ है उनका बेहतर इलाज प्रबंधन के खर्चे पर कराया जाएगा। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो यह उपाय किया जाएगा।

इन ब‍िंदुओं पर जांच

- किस चिकित्सक ने किया आपरेशन, कितने का हुआ आपरेशन, चिकित्सक की योग्यता व अनुभव, आपरेशन के पहले जरूरी जांच होना चाहिए, वह सुविधा है या नहीं।

- वार्ड मानक के हिसाब से है अथवा मुफ्त आपरेशन के नाम पर किसी तरह से मरीज को रख दिया जाता है।

65 का हुआ था आपरेशन, 15 को संक्रमण

 मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल के केयर टेकर दीपक कुमार ने बताया कि 22 नवंबर को 65 मरीजों का निशुल्क आपरेशन हुआ था। इसमें 15 मरीजों ने आकर दर्द होने की शिकायत की। उनको पटना स्थित एक निजी अस्पताल में भेजा गया था। वहां के चिकित्सक ने बताया कि चार मरीज का इंफेक्शन इतना है कि उसकी आंख निकालनी होगी। उसके बाद चार लोगों की आंख निकालनी पड़ी। इसके अलावा दो मरीज एसकेएमसीएच गए हैं। उनके बेहतर इलाज के लिए संपर्क मेंं हैं।

सोमवार का टला आपरेशन

सोमवार को होने वाला आपरेशन टाल दिया गया। केयर टेकर ने बताया कि सोमवार को 30 मरीज का चयन मुफ्त आपरेशन के लिए किया गया था। उसको टाल दिया गया। मंगलवार को अस्पताल प्रबंधन समिति आगे के लिए निर्णय लेगी। मरीजों के हंगामा के कारण चिकित्सक व कर्मी सहमे हुए थे। केयर टेकर ने बताया कि इस अस्पताल के सेवानिवृत्त मुख्य मेडिकल पदाघिकारी डा.एनडी साहू की देखरेख में यहां पर आपरेशन किया जा रहा है।

हर रविवार को मुफ्त जांच, सोमवार को होता आपेरशन

अस्पताल के सचिव ने बताया कि हर रविवार को मुफ्त जांच व सोमवार को निशुल्क आपरेशन हो रहा है। यह सिलसिला 1973 से चल रहा है। लेकिन इस तरह बड़े पैमाने पर शिकायत पहली बार मिली है। कारण की जांच हो रही है।

धुआं व दूसरे कारण से होता इंफेक्शन

केयर टेकर ने बताया कि संक्रमण का कारण धुआं या अन्य हो सकता है। उन्होंने कहा कि पहले दिन 65 के बाद दूसरे दिन 40 मरीज का आपरेशन हुआ। सब ठीक है। आज 30 आपरेशन होना था वह रुक गया।

- घटना दुखद है। जांच के बाद जो रिपोर्ट आएगी। उसके हिसाब से सख्त कार्रवाई होगी। यदि अस्पताल चल रहा तो उसमें विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज होना चाहिए। आपरेशन से पहले जरूरी जांच हो रही या नहीं, जांच टीम इसकी भी पड़ताल करेगी। -डा.विनय कुमार शर्मा सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर

आई हास्पिटल से आए दो मरीजों की आंख में संक्रमण है। उनका आपरेशन किया जाएगा। मरीजों की हालत मेें सुधार है। -डा. बीएस झा, अधीक्षक, एसकेएमसीएच

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