समस्तीपुर में बड़ा हादसा, शांति नदी में नाव पलटी, आठ लोग लापता
स्थानीय हाट से खरीदारी कर सभी नाव से जा रहे थे अपने घर नामापुर ढ़ाला के समीप सभी नाव पर सवार हुए। कुछ दूर चलने के बाद अचानक से आंधी पानी का मौसम शुरू हुआ। इसमें नैया डगमगा गई।
समस्तीपुर, जासं। कल्याणपुर में बागमती नदी से सटे शांति नदी में शुक्रवार की शाम एक नाव पलट गई। इसमें दर्जन भर लोग सवार थे। चार लोग किसी तरह तैरकर बाहर निकल गए। अन्य की खोज जारी है। ये सभी स्थानीय सोरमार हाट से दैनिक सामानों की खरीदारी कर अपने गांव जा रहे थे।
नामापुर ढ़ाला के समीप सभी नाव पर सवार हुए। कुछ दूर चलने के बाद अचानक से आंधी पानी का मौसम शुरू हुआ। इसमें नैया डगमगा गई। इससे नाव पर सवार लोगों में अफरातफरी मच गई। इसी बीच नाव पलट गई। पैक्स अध्यक्ष राजेश साह ने बताया कि अभी तक उनके भाई अर्जून साह और सुशील साह लापता हैं। जबकि प्रमिला देवी, नीरज महतो, अवधेश राय एवं हीरा साह तैरकर बांध पर आ चुके हैं। स्थानीय गोताखोरों की मदद से अन्य लोगों की खोज जारी है।
अंचलाधिकारी अभय पद दास, चकमेहसी थाना अध्यक्ष चंद्र किशोर टूडू समेत काफी संख्या में ग्रामीण वहां जमा हैं। स्थानीय मुखिया रामविनोद ठाकुर ने बताया कि नाव पर करीब दस लोग सवार थे। इसमें से चार बाहर निकल गए हैं, वहीं अन्य की खोज की जा रही है। नदी किनारे लाइट की व्यवस्था नहीं होने से बाइक की हेडलाइड व मोबाइल की फ्लैश लाइट के सहारे खोज की जा रही है। इस बीच थानाध्यक्ष ने भी नाव से पड़ताल की लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया।
स्नान करने के क्रम में डूबने से आठ वर्षीय बाल की मौत
थाना क्षेत्र के नत्थुद्वार पंचायत अन्तर्गत बुजुर्गद्वार गांव निवासी श्रवण सहनी के पुत्र आठ वर्षीय अनिल कुमार की डूबने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार अत्यधिक गर्मी के कारण अन्य बच्चों के साथ वह बांध किनारे काली स्थान में बाढ़ के पानी में नहाने गया था। इसी दौरान वह अत्यधिक गहरे पानी में चला गया,जिससे वह डूब गया और उसकी मौत हो गई। मौके पर डूबते देख अन्य बच्चों ने शोर मचाया। शोर सुनकर जुटे लोगो ने स्थानीय गोताखोर की मदद से शव को पानी से बाहर निकाला। शव के बाहर निकालते ही स्वजनों की चीख पुकार मच गई। अनिल की मां बार- बार बेटा कहकर बेहोश होती जा रही थी। वहीं पिता श्रवण सहनी का आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था। घटना की सूचना मिलते ही खानपुर पुलिस अपने दल बल के साथ पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।