मुजफ्फरपुर में होने जा रहा BIADA का विस्तार, इस तरह यहां के लोगों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार

BIADA प्रवासियों के लिए रोजगार का सबसे बड़ा हब होगा मोतीपुर। 897.40 एकड़ जमीन में मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र का होगा विस्तार। कंपनियों ने दी दस्तक पैमाइश का काम शुरू।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 07:31 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 07:31 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में होने जा रहा BIADA का विस्तार, इस तरह यहां के लोगों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार
मुजफ्फरपुर में होने जा रहा BIADA का विस्तार, इस तरह यहां के लोगों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार

मुजफ्फरपुर, [अमरेंद्र तिवारी] ।  बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) का विस्तार मोतीपुर में होगा। मोतीपुर चीनी मील की खाली पड़ी जमीन पर मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र बन रहा है। इसके लिए प्रथम चरण में 897.40 एकड़ जमीन राज्य सरकार की ओर से मिल गई है। चयनित जमीन की पैमाइश शुरू है। इसके साथ ही नए उद्यम के लिए ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है। अगर सबकुछ इसी गति से चलता रहा तो अगले साल वहां फैक्ट्रियां काम करने लगेंगी। 

यह बेला औद्योगिक क्षेत्र से बड़ा होगा

यह इलाका बेला औद्योगिक क्षेत्र से बड़ा होगा। बेला के पास मात्र 393 एकड़ जमीन है। यहां पर फिलहाल 298 यूनिट निबंधित है। जिसमें केवल 175 यूनिट ही चालू है। जबकि मोतीपुर में करीब 400 से 500 छोटी यूनिट लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यहां सैकड़ों लोगों को काम मिलेगा।

खाली जमीन पर अतिक्रमणकारी जमा रहे कब्जा

मोतीपुर चीनी मिल करीब 20 साल से बंद है। उसकी जमीन पर अतिक्रमणकारी तेजी से कब्जा कर रहे हैं। चीनी मिल की जमीन में से ही बियाडा को दिया गया है। इससे आने वाले दिनों में रोजगार के अवसर मिलेंगे। लघु उद्योग भारती के निवर्तमान अध्यक्ष श्याम सुंदर भीमसेरिया कहते हैं कि यह एक सराहनीय कदम है। लेकिन वहां पर एक फूड पार्क एवं टेक्सटाइल गारमेंट कलस्टर के लिए जमीन आरक्षित होना चाहिए। इससे केंद्र सरकार की ओर से चल रही योजनाओं का लाभ उद्यमियों को मिल सके।

बियाडा, मुजफ्फरपुर के विकास पदाधिकारी सौम्य वर्मा ने कहा कि मोतीपुर में औद्योगिक क्षेत्र का विकास हो रहा है। पैमाइश जारी है। कई बड़ी व छोटी कंपनी के संचालक संपर्क में है। आने वाले दिन में यहां पर उद्योग का जाल बिछेगा।

विस्तार की यह रफ्तार

- औद्योगिक क्षेत्र विकास के लिए 897.40 एकड़ जमीन का हो गया हस्तनांतरण

- पूरे जमीन की चल रही पैमाइश, उसके बाद होगी सबकी घेराबंदी

- परिसर में ईएसएमई यानी छोटे व मंझोले उद्योग के लिए 60 प्रतिशत रहेगा रिजर्व

- आइटीसी, पेप्सी, जेके लक्ष्मी, श्री सीमेंट जैसी बड़ी कंपनी आने को तैयार, सभी कंपनी के संचालक बियाडा के संपर्क में

- ऑनलाइन चल रहा आवेदन, घेराबंदी के बाद आवंटन की होगी प्रक्रिया

- पूरे परिसर में चार सौ से पांच सौ छोटे व मंझोले यूनिट लगाने का लक्ष्य तय

- बेला औद्योगिक क्षेत्र से बड़ा होगा मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र। बेला के पास 393 एकड़ जमीन जबकि मोतीपुर में उससे ज्यादा है जमीन  

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