प्राइवेट एंबुलेंस के सहारे पीएचसी की व्यवस्था
बगहा। कोरोना की दूसरी लहर समाप्त हो गई है। पर इसने कई परिवारों को तबाह कर दिया है
बगहा। कोरोना की दूसरी लहर समाप्त हो गई है। पर, इसने कई परिवारों को तबाह कर दिया है। इसके खतरनाक रूप को हम सब देख चुके हैं। अब तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। जिसको लेकर अभी से स्वास्थ्य विभाग तैयारी करने की बात व दावा कर रहा है। पर, हकीकत इससे अलग है। ऐसा ही हाल एंबुलेंस को लेकर भी है। पीएचसी में मात्र दो एंबुलेंस हैं। जिसपर प्रखंड व नगर के करीब तीन लाख मरीजों की जिम्मेदारी है। इसमें भी एक भाड़े का है। जो हाल में कोरोना के दूसरे लहर के दौरान जिला के तरफ से स्थानीय पीएचसी को प्राप्त हुआ है। वहीं दो पहले से सड़ रहे एंबुलेंस को क्रैप में भेजने की तैयारी चल रही है। पीएचसी के सूत्रों की मानें कोरोना के दौरान स्थानीय स्तर पर कोविड केयर सेंटर ही संचालित हो रहा था। जबकि गंभीर मरीजों को अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज में भेजा जा रहा था। जिसके लिए अनुमंडलीय अस्पताल से हीं एंबुलेंस आकर मरीजों को अपने साथ ले जाता था। ----------------------- चीनी मिल की ओर से मिली है एक एंबुलेंस ---------------------- इधर स्थानीय लोगों की मांग पर पीएचसी को एक और एंबुलेंस हरिनगर चीनी मिल की तरफ से सौगात में मिली है। एक माह बाद भी एंबुलेंस शो पीस बनी है। इस तरह पीएचसी के पास कुल तीन एंबुलेंस हैं। जिससे प्रसव वाली महिलाओं, कोरोना के मरीजों के साथ दुर्घटना वाले व गंभीर स्थिति वाले मरीजों को सदर अस्पताल तक ले जाया जाता है। -------------------- एंबुलेंस की कमी को लेकर हो चुका है हंगामा ------------------- बता दें कि दुर्घटना व अन्य गंभीर मरीजों को समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण उनके स्वजनों के द्वारा पीएचसी में हंगामा भी किया जा चुका है। बीते मंगलवार को भी एक्सीडेंट में जख्मी महिला को रेफर करने पर एंबुलेंस में ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं रहने पर कुछ हंगामा हुआ था। बाद में इसको मैनेज कर मरीज को जिला में भेजा गया। --------------- बयान : दो एंबुलेंस कार्यरत है। चीनी मिल के एंबुलेंस के कागजात व नंबर बुधवार को मिले हैं। जिसके चालक व टेक्नीशियन को लेकर जिला में पत्राचार किया गया है। जो भी एंबुलेंस है उसमें सभी संसाधन मौजूद है। दो सड़ चुके एंबुलेंस को क्रैप करने के लिए भेजा जा रहा है। कोरोना के तीसरी लहर को लेकर हम तैयार हैं। डॉ. चंद्र भूषण प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी