आवास योजना की राशि के लिए डेढ़ साल से मुजफ्फरपुर नगर निगम की दौड़ लगा रहे लाभुक
राशि नहीं मिलने से दो हजार से अधिक गरीब परिवार एक डेढ़ साल से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। लाभुकों को दो लाख रुपये चार किश्तों में मिलनी है लेकिन किसी को पहली किस्त की राशि मिली है तो किसी को दूसरी व तीसरी।
मुजफ्फरपुर, जासं। प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि के लिए शहरी क्षेत्र के लाभुक डेढ़ साल से निगम कार्यालय की दौड़ लगा रहे हैं। अपने वार्ड के पार्षद के घर का दरवाजा खटखटा रहे हैं। निगम के अधिकारियों से मिलकर भुगतान की गुहार लगा रहे है। नगर निगम सरकार से राशि आवंटित नहीं होने का रोना रो रहा है। इन सबके बीच राशि नहीं मिलने से दो हजार से अधिक गरीब परिवार एक डेढ़ साल से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। लाभुकों को दो लाख रुपये चार किश्तों में मिलनी है लेकिन किसी को पहली किस्त की राशि मिली है तो किसी को दूसरी व तीसरी। ऐसे में अधिकांश लाभुकों का मकान अधूरा है।
2548 लाभुकों में से सिर्फ 430 को पूरा पैसा
लाभुकों से दो चरणों में आवेदन लिया गया। पहले चरण में 623 एवं दूसरे चरण में 1925 गरीबों का चयन हुआ। पहले चरण के लाभुकों को तीन किस्तों में 50 हजार, एक लाख एवं 50 हजार रुपये देना था। दूसरे चरण में चार किस्तों में 50 हजार, एक लाख, 30 हजार एवं 20 हजार रुपये देना था। दोनों चरणों के कुल 2548 लाभुकों में से महज 430 को ही अब तक पूरा पैसा मिल पाया है। दूसरे चरण का हाल तो अधिक खराब है। 1925 लाभुकों में से मात्र 800 को प्रथम किस्त की राशि मिल पाई है जबकि चयन का डेढ़ साल से अधिक बीत गया है।
दोनों चरण में योजना का हाल
प्रथम फेज
लाभुकों की संख्या : 2548
प्रथम किस्त :1760
द्वितीय किस्त : 1284
द्वितीय किस्त : 761
चौथा किस्त : 392
भुगतान के लिए निगम को चाहिए 3.78 करोड़ रुपये
नगर निगम को प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों को भुगतान के लिए फिलहाल 3.78 करोड़ रुपये चाहिए। चार सौ परिवारों को भुगतान के लिए निगम ने सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली है, लेकिन इस मद में निगम का खजाना खाली है। सितंबर 2019 के बाद राशि आवंटित नहीं हुई है। इसके लिए निगम प्रशासन द्वारा लगातार विभाग को लिखा जा रहा है। पूर्व महापौर सुरेश कुमार एवं वार्ड पार्षद नंद कुमार प्रसाद साह पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से अलग-अलग मिलकर परेशानी से अवगत करा चुके हैं। इसके बावजूद अब तक आवंटन नहीं मिला है।
वार्ड 44 के पार्षद शेरू अहमद ने कहा कि आवास योजना के लाभुकों का मकान अधूरा है। अधिकांश मकान अब तक छतविहीन है। उनको प्लास्टिक लगाकर रहना पड़ रहा है। सरकार को इसे ध्यान में रखते हुए राशि का आवंटन करना चाहिए। सिटी मैनेजर ओम प्रकाश ने कहा कि अभी तक सरकार से राशि का आवंटन प्राप्त नहीं हुआ है। पहले से आवंटित राशि लाभुकों को दी जा चुकी। निगम के पास इस मद में राशि नहीं है। जैसे ही सरकार से राशि प्राप्त होगी लाभुकों को उपलब्ध करा दी जाएगी।