परहेज और गाइडलाइन की ताकत से कोरोना संक्रमण को दे रहे मात
सदर अस्पताल की सफाई का प्रबंधन संभाल रही आउटसोर्सिंग एजेंसी जन कल्याण समिति के सफाई प्रबंधक राजेश कुमार सुबह से शाम तक ड्यूटी पर रहते हैं।
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल की सफाई का प्रबंधन संभाल रही आउटसोर्सिंग एजेंसी जन कल्याण समिति के सफाई प्रबंधक राजेश कुमार सुबह से शाम तक ड्यूटी पर रहते हैं। प्रतिदिन एंटीजन व पीपी किट को संग्रहित कराने के साथ संदिग्ध कोरोना संक्रमितों से रूबरू होते रहते हैं, लेकिन परहेज व गाइडलाइन की ताकत से बिना संक्रमित हुए अपनी सेवा दे रहे हैं।
राजेश कहते हैं कि कोरोना संक्रमण सुनकर मन में पहली बार भय हुआ, लेकिन सोचा कि अगर वही भय पाल लेंगे तो यहां आने वाले मरीजों को संक्रमण से बचाने में कौन सहयोग करेगा। उसके बाद कोरोना के बीच अपनी दिनचर्या में बदलाव किया। पहले जैसे-तैसे आते थे, स्वच्छता का प्रबंध कराते और घर चले जाते थे। अब वह बात नहीं। मास्क, ग्लब्स व सैनिटाइजर का उपयोग होता है। उनकी टीम में 18 लोग हैं। सबको सुरक्षित रखने की जवाबदेही होती है। ऐसा इसलिए कि सदर अस्पताल परिसर में कोरोना जांच, टीकाकरण व इमरजेंसी सेवा जारी है। प्रतिदिन कम से कम डेढ़ से दो सौ संदिग्ध संक्रमित आते हैं। यदि सजग न हों तो हाई रिस्क में जा सकते हैं। कोरोना जांच लैब से जो मेडिकल कचरा निकलता है उसे सही तरीके से डिस्पोजल कराना भी चुनौती की तरह है। सफाई के साथ यहां आने वाले मरीजों की सेवा भी करते हैं, लेकिन सजगता के साथ।
ये है दिनचर्या
- सुबह सोकर उठने के बाद गर्म पानी, गिलोय का जूस व काली चाय लेते हैं।
- सदा खाना (हरी सब्जी भी रहती है) खाने के बाद अस्पताल आते हैं।
- यहां सभी कर्मियों को मास्क, ग्लब्स व सैनिटाइजर देकर काम पर लगाते हैं।
- बार-बार सैनिटाइजर लगाते रहते हैं। ज्यादातर डबल मास्क का प्रयोग कर रहे हैं।
- अस्पताल में गर्म पानी व चाय का तीन से चार बार सेवन करते हैं। शाम में जब घर वापस जाते हैं तो सभी कपड़े बाहर निकलने के बाद गर्म पानी का सेवन कर गुनगुने पानी से स्नान करते हैं।
- स्नान के बाद गर्म पानी व उसके बाद नींबू की चाय पीते। रात में दाल, रोटी व सब्जी खाने के बाद दूध के साथ हल्दी का सेवन करते हैं।
- मल्टी विटामिन और गिलोय का जूस सुबह व शाम में नियमित ले रहे हैं।