पश्‍च‍िम चंपारण: बगहा का बखरी स्वास्थ्य केंद्र बीमार, लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में जाने की मजबूरी

West Champaran रामनगर प्रखंड के उत्तर स्थित बखरी स्वास्थ्य केंद्र का भी कुछ ऐसा ही हाल है। जहां लाखों की लागत से भवन तो बना दिया गया। पर संसाधनों का हाल यह है कि यह खुद बीमार है। दो एएनएम व दो कर्मियों के सहारे संचालित होता है केंद्र।

By Murari KumarEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 03:30 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 03:30 PM (IST)
पश्‍च‍िम चंपारण: बगहा का बखरी स्वास्थ्य केंद्र बीमार, लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में जाने की मजबूरी
पश्‍च‍िम चंपारण: बगहा का बखरी स्वास्थ्य केंद्र बीमार।

बगहा (पश्‍च‍िम चंपारण), जासं। गांवों में चिकित्सा सुविधा आज भी बदहाल है। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी इसमें सुधार नहीं है। सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र), पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में बुखार व सर्दी-खांसी की दवा के अतिरिक्त कुछ नहीं मिलता। कभी-कभी तो यह भी उपलब्ध नहीं होता। डॉक्टर नहीं रहते। गैर प्रशिक्षित स्टाफ या किसी वार्ड ब्वाय के भरोसे उसका संचालन किया जाता है। इसके चलते नीम हकीम जनता को लूटते हैं। इलाज के अभाव में या गलत इलाज के चलते कई मरीज असमय मौत के मुंह में समा जाते हैं।

रामनगर प्रखंड के उत्तर स्थित बखरी स्वास्थ्य केंद्र का भी कुछ ऐसा ही हाल है। जहां लाखों की लागत से भवन तो बना दिया गया। पर, संसाधनों का हाल यह है कि यह खुद बीमार है। कहने को यहां चिकित्सक, एएनएम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। पर, चिकित्सक कम ही आते हैं। स्वास्थ्य केंद्र के भरोसे पांच पंचायतों की हजारों मरीजों के देखभाल का जिम्मा है। बगल केे गौनाहा प्रखंड से भी मरीज आते हैं। पर, सुविधाओं के मामले में इसमें कुछ नहीं है। प्रसव के लिए भी महिलाओं को नगर का रुख करना पड़ता है। परसौनी के मुखिया विजय कुमार ने बताया कि यहां कभी चिकित्सक कम ही दिखते हैं।मरीजों को दूसरे अस्पतालों में जाने की मजबूरी है।

एक चिकित्सक, दो एएनएम व दो कर्मी कार्यरत

प्रखंड से करीब 20 किलोमीटर दूर इस केंद्र में एक चिकित्सक, दो एएनएम व दो अन्य चतुर्थ वर्गीय कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। एएनएम प्रतिदिन रामनगर से केंद्र पर जाती है। पर, यहां ओपीडी के अलावा कुछ नहीं होता। स्थानीय लोगों की मानें तो जिस चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति यहां होती है। वह कभी कभार ही आता है। जिसके कारण प्रसव नहीं हो पाता है। वहीं कर्मी भी बस घड़ी देखकर ड्यूटी बजाकर निकल लेते हैं।

दवा उपलब्ध, एंबुलेंस महीनों से खराब

इस केंद्र पर दवाएं सामान्य रोगों के लिए तो, उपलब्ध रहती है। जिससे स्थानीय मरीजों का काम चल जाता है। पर, गंभीर रोगों के लिए दवाएं नहीं मिल पाती हैं। वहीं एचपीसीएल की तरफ से मिली एंबुलेंस कई महीनों से खराब है। 

 इस बारे में रामनगर प्रभारी च‍िक‍ित्‍सा पदाध‍िकारी डॉ. चंद्र भूषण ने कहा क‍ि अभी फिलहाल वहां किसी चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति नहीं की गई है। जो दवा पीएचसी में उपलब्ध रहती है। वहां भी उसकी सप्लाई दी जाती है। एंबुलेंस खराब है। पीएचसी से भी आवश्यकता के अनुसार कॉल करके इसकी सुविधा ली जा सकती है। जल्द ही चिकित्सक को बखरी में प्रतिनियुक्त किया जाएगा।

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