Sheohar News : शिवहर के बैद्यनाथ झा रेफरल अस्पताल का स्वास्थ्य विभाग के पास अभिलेख नहीं
वर्ष 1995 में ढाई एकड़ जमीन पर शुरू हुआ था अस्पताल का निर्माण कुछ समय बाद बंद हो गया निर्माण कार्य आरटीआई के जवाब में विभाग ने दी जानकारी उक्त अस्पताल का विभाग के पास कोई अभिलेख नहींं। Sheohar Health Department
शिवहर, जेएनएन। ढ़ाई दशक पूर्व, ढाई एकड़ जमीन में रेफरल अस्पताल निर्माण की शुरू हुई पहल शिलान्यास के साथ ही दफन हो गई। भूमि के दाता वैद्यनाथ झा भी परलोक सिधार गए और अस्पताल निर्माण की पहल कराने वाले पूर्व मंत्री रघुनाथ झा भी देहांत हो चुका है। निर्माण स्थल पर घास पात उग आए है। ढ़ाई दशक से इलाके के लोग अस्पताल निर्माण की आस लगाए बैठे है। जबकि, शिवहर स्वास्थ्य विभाग की माने तो उन्हें न तो इसकी जानकारी है और नहीं इस अस्पताल से संबंधित अभिलेख ही।
शिवहर नगर पंचायत के वार्ड 14 निवासी आरटीआई कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्र द्वारा आरटीआई से मांगी गई सूचना में शिवहर स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है। बताते चलें कि वर्ष 1995 में शिवहर के पूर्व विधायक सह पूर्व केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री रघुनाथ झा की पहल पर पिपराही प्रखंड के अंबा में रेफरल अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था । रघुनाथ झा के भाई वैद्यनाथ झा ने अपनी ढाई एकड़ जमीन राज्य सरकार को अस्पताल के लिए दिया था । उस वक्त निर्माण कार्य शुरू भी हुआ। बुनियाद के बाद निर्माण कार्य अचानक बंद कर दिया गया। उसके बाद से अब तक निर्माण कार्य अधर में ही लटका हुआ है। वर्तमान में इस अस्पताल पर घास-पात जम गए हैं। आरटीआई कार्यकर्ता मुकुन्द प्रकाश मिश्र ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग से सूचना मांगी तो बताया गया कि इस अस्पताल से संबंधित कोई अभिलेख या कागजात विभाग के पास नहीं है ।
एक अन्य आरटीआई के जवाब में विभाग द्वारा बताया गया कि, शिवहर जिला स्वास्थ विभाग की स्थापना 1997 से है जबकि उक्त अस्पताल का निर्माण कार्य प्रारंभ 1997 के पूर्व किया गया था। इसके संबंध में सीतामढ़ी स्वास्थ्य विभाग से जानकारी ली जा सकती है। बताया गया कि अस्पताल से संबंधित जानकारी के लिए अधोहस्ताक्षरी पत्रांक 80 दिनांक 12-2-2013 तथा पत्रांक 892 दिनांक 19- 9-2016 के द्वारा संबंधित कार्यालय से मांग की गई है जो अप्राप्त है। रेफरल अस्पताल से संबंधित दिशा निर्देश के लिए अधोहस्ताक्षरी कार्यालय पत्रांक 746 दिनांक 11-7-2017 द्वारा विभाग को प्रेषित की गई है निर्देश प्राप्त होने की प्रतीक्षा है। बहरहाल, स्वास्थ्य विभाग के पास अस्पताल से संबंधित अभिलेख का नही होना कई सवाल खड़ा करता है। इतना ही नहीं इससे जाहिर होता हैं कि स्वास्थ्य विभाग जन सरोकार के इस महत्वपूर्ण मुद्दे के प्रति कितनी गंभीर हैं ।