पूर्व उपाधीक्षक पर लगे आरोपों की जांच को पहुंची टीम, झेलना पड़ा विरोध

बगहा। अनुमंडलीय अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह पर लगे आरोपों की जांच को पहुंच

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:22 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 06:22 PM (IST)
पूर्व उपाधीक्षक पर लगे आरोपों की जांच को पहुंची टीम, झेलना पड़ा विरोध
पूर्व उपाधीक्षक पर लगे आरोपों की जांच को पहुंची टीम, झेलना पड़ा विरोध

बगहा। अनुमंडलीय अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह पर लगे आरोपों की जांच को पहुंची टीम को अस्पताल के चिकित्सक व कर्मियों का विरोध झेलना पड़ा। अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सुनील कुमार, डॉ. विनय कुमार समेत अन्य कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री, प्रधान सचिव, डीएम समेत अन्य आला अधिकारियों को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि डॉ. केबीएन सिंह नियमों को ताख पर रखकर लंबे समय तक प्रभारी उपाधीक्षक के पद पर काबिज रहे। आरोपों की जांच के लिए सिविल सर्जन ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया। टीम बुधवार को जांच के लिए पहुंची। इस बीच औचक निरीक्षण के क्रम में बगहा विधायक राम सिंह अस्पताल पहुंच गए। जिसके बाद अस्पताल के चिकित्सक व कर्मियों ने जांच प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। जांच टीम में शामिल डॉ. आरएस मुन्ना, डॉ. टीएन. प्रसाद व बगहा एक पीएचसी प्रभारी डॉ. एसएन. महतो ने एक-एक चिकित्सक और कर्मी को बुलाकर पूछताछ शुरू की तो आवेदक नाराज दिखे। आवेदकों ने कहा कि जब आरोप लगाने वाले सभी कर्मी मामले से अवगत हैं तो फिर उन्हें अलग अलग क्यों बुलाया जा रहा है। आक्रोशित कर्मियों ने कहा कि जानबूझ कर जांच को प्रभावित कर टीम मामले की लीपापोती करने की कोशिश की जा रही। चिकित्सक-कर्मियों ने शिकायत करने वाले कर्मियों पर कार्रवाई की धमकी देने का भी आरोप लगाया।

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विधायक को भी झेलना पड़ा विरोध :-

बगहा विधायक राम सिंह अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण करने जैसे ही प्रभारी उपाधीक्षक के कार्यालय में पहुंचे, उनको देखते ही सभी कर्मी उग्र हो गए। कर्मियों को लगा कि विधायक मामले को दबाने के लिए पहुंचे हैं। इसके बाद उनका जमकर विरोध करना आरंभ कर दिया। विधायक ने मौके की नजाकत को समझकर वहां से निकलना ही उचित समझा। जांच टीम ने अस्पताल पहुंचने के बाद सबसे पहले पूर्व उपाधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह को बुलाया गया। उसी समय विधायक भी डीएस कक्ष में पहुंच गए। चिकित्सक और कर्मियों ने आरोप लगाया कि टीम व जन प्रतिनिधि मिलकर इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे। इसके बाद आक्रोशित आवेदकों ने अपना बयान दर्ज नहीं कराया। दूसरी ओर अस्पताल में गुटबाजी को लेकर भी नगर में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। उधर, जांच टीम में शामिल चिकित्सकों ने कहा कि मामला संवेदनशील है। इसलिए जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारियों को सौंपी जाएगी।

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