मुजफ्फरपुर के स्कूल-कालेजों में नहीं बढ़ पा रही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति

प्राचार्य डा.मदन चौधरी बताते हैं कि पिछले कई महीने से स्कूल परिसर में नाला का गंदा पानी भर रहा है। छात्राएं इससे होकर नहीं आना चाहती हैैं। इससे उठ रही दुर्गंध से शिक्षक भी परेशान हैं। जिला प्रशासन और विभाग को इस संबंध में लिखा गया है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 06:26 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:26 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के स्कूल-कालेजों में नहीं बढ़ पा रही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति
चैपमैन में कई महीने से जमा है नाला का गंदा पानी, छात्राओं की बढ़ी परेशानी। फोटो- जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। कोरोना की दूसरी लहर कम होने और स्कूल-कालेजों के अनलाक होने के बाद भी कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति काफी कम है। कालेजों में इक्का-दुक्का उपस्थिति है तो प्लस टू स्कूलों में एक भी विद्यार्थी नहीं पहुंच रहा है। यह स्कूल प्रबंधकों की परेशानी बढ़ा रहा है। दैनिक जागरण की ओर से प्लस टू स्कूलों और कालेजों की पड़ताल की गई। इस दौरान दो प्रमुख प्लस टू स्कूलों में एक भी विद्यार्थी उपस्थित नहीं मिला। वहीं, एमडीडीएम कालेज में कुछ छात्राएं कक्षाओं में थीं। शिक्षकों का कहना था कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कक्षाओं में विद्यार्थी आने से डर रहे हैं। 

जिला स्कूल में प्लस टू भवन मिला बंद

समय सुबह 11:25 बजे, पानी टंकी चौक से सटे जिला स्कूल के प्लस टू भवन के मुख्य द्वार पर ताला जड़ा था। पहली मंजिल पर दो कर्मचारी कैरम खेल रहे थे। प्राचार्य कक्ष भी बंद था। दो शिक्षक वहां बैठे थे। पूछने पर कर्मचारियों ने बताया कि बच्चे इंटर की कक्षाओं में नहीं आते। शिक्षक रहते हैं। कभी-कभी एक दो छात्र-छात्राएं पहुंचते हैं तो कक्षाएं संचालित होती हैं। प्राचार्य रूपक कुमार ने फोन पर बताया कि वे अवकाश पर हैं। बच्चों को कक्षाओं में शामिल होने के लिए उन्होंने स्वयं अभिभावकों को भी फोन किया, लेकिन कक्षाओं में बच्चे नहीं आ रहे हैं। इसके बाद भी शिक्षकों को स्कूल में रहना है। कुछ शिक्षक सिर्फ उपस्थिति दर्ज कर निकल जाते हैं। उन्हें हाजिरी काटने की चेतावनी दी गई है।

जलजमाव से छात्राएं नहीं आ रहीं स्कूल

दोपहर 12:00 बजे चैपमैन का मुख्य द्वार खुला था। परिसर में घुटनाभर नाले का गंदा पानी जमा था। कुछ छात्राएं उसी से होकर गुजर रही थीं। पूछने पर बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए आई थीं। कक्ष में प्राचार्य व शिक्षक थे। कक्षाएं खुली थीं, लेकिन एक भी छात्रा उपस्थित नहीं थीं। शिक्षकों ने बताया कि दूसरी लहर के बाद जब से स्कूल खुला है छात्राएं नहीं आ रही हैं। अभिभावक कोरोना की तीसरी लहर से भयभीत हैं। प्राचार्य डा.मदन चौधरी बताते हैं कि पिछले कई महीने से स्कूल परिसर में नाला का गंदा पानी भर रहा है। छात्राएं इससे होकर नहीं आना चाहती हैैं। इससे उठ रही दुर्गंध से शिक्षक भी परेशान हैं। जिला प्रशासन और विभाग को इस संबंध में लिखा गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्राचार्य ने कहा कि छात्र-छात्राओं को चाहिए कि कोरोना से बचाव के लिए नियमों का पालन कर कक्षाओं में शामिल हों।

एमडीडीएम कालेज में एक सप्ताह से बढ़ रही उपस्थिति

दोपहर के 12:55 बज रहे थे। एमडीडीएम कालेज के साइंस ब्लाक में रसायन की कक्षा में डा.वर्षा तिवारी छात्राओं को पढ़ा रही थीं। कक्षा में 11 छात्राएं उपस्थित थीं। विभागाध्यक्ष डा.रेखा शर्मा ने बताया कि कालेज खुलने के बाद काफी कम संख्या में छात्राएं आ रही हैं। हालांकि दो-तीन दिनों से छात्राओं की उपस्थिति बढ़ी है। आनलाइन कक्षाओं में छात्राओं की उपस्थिति अधिक रहती हैं। बीसीए, बीएड समेत अन्य वोकेशनल कोर्स में भी कक्षाएं संचालित हो रही थीं। शिक्षकों ने बताया कि इंटर में अभी 15 से 20 फीसद छात्राएं ही आ रही हैं।  

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