जल संसाधन मंत्री संजय झा का आश्वासन, बिहार को बाढ़ की तबाही से मिलेगी मुक्ति

मंत्री ने कहा जयनगर में जल्द शुरू होगा बराज का निर्माण। अगले डेढ़ वर्षों में कुशेश्वरस्थान से हनुमाननगर तक का इलाका बाढ़ मुक्त। नेपाल से निकलने वाली नदियों से मिथिला में बाढ़ से तबाही होती है। इसके लिए नेपाल में हाई डैम बनाने का प्रपोजल बनाया गया है।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 09:17 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 01:34 PM (IST)
जल संसाधन मंत्री संजय झा का आश्वासन, बिहार को बाढ़ की तबाही से मिलेगी मुक्ति
वर्ष 2025 तक हर खेत को पानी पहुंचाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। फोटो- जागरण

मधुबनी / दरभंगा, जासं। जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने कहा कि बिहार में बाढ़ से हर वर्ष होने वाले नुकसान का आकलन किया जा रहा है। इससे बिहार को मुक्त कराने के लिए सरकार ठोस कदम उठाने जा रही है। जयनगर में बराज का निर्माण होगा। टेंडर हो गया है। कार्य जल्द शुरू होगा। बराज के निर्माण से उत्तर बिहार को सिंचाई की सुविधा मिलेगी। नेपाल से निकलने वाली नदियों से मिथिला में बाढ़ से तबाही होती है। इसके लिए नेपाल में हाई डैम बनाने का प्रपोजल बनाया गया है। वर्ष 2025 तक हर खेत को पानी पहुंचाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे कार्य शुरू हो चुका है। 

वे रविवार को मधुबनी और दरभंगा में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। दरभंगा में कहा कि अगले डेढ़ वर्षों में कुशेश्वरस्थान से हनुमाननगर तक का क्षेत्र बाढ़ मुक्त होगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर काम शुरू हो चुका है। हर वर्ष नेपाली नदियों से आनेवाली पानी की तेज धारा का खामियाजा मिथिला के इस भूभाग को भुगतना पड़ता है। यह अंतरराष्ट्रीय मामला है। बहुत सारा काम नेपाल की तरफ होना है। लेकिन, नेपाल से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। इसे देखते हुए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से बाढ़ के प्रकोप को कम करने की दिशा में कार्य चल रहा है।

दरभंगा मिथिलांचल की धड़कन है। इसलिए मिथिलांचल से संबंधित बाढ़ और सूखे की समस्या को प्राथमिकता के तौर पर लेकर काम चल रहा है। वर्षों से देखते और सुनते रहे हैं कि बाबा कुशेश्वरस्थान में बाढ़ का पानी छह महीने तक रहता है। पिछले डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में काफी काम किया गया। कुछ काम अपूर्ण है। इसे पूरा किया जा रहा है।  

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