चीनी मिल प्रबंधन की मनमानी से पश्चिम चंपारण के किसान परेशान
चीनी मिल की मनमानी के कारण मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रहे किसान ईंख कास्तकार संघ के सचिव ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप लगाया आरोप जेनरल प्रभेद के गन्ने की खरीद शुरू नहीं होने से किसान निराश ।
बगहा,जासं । बगहा चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू हुए करीब दो महीने बीत चुके हैं। लेकिन, मिल प्रबंधन अबतक सिर्फ उत्तम प्रभेद के ही गन्ने की खरीद कर रहा है। जबकि जेनरल प्रभेद के गन्ने की खरीद कब शुरू होगी, यह कोई बताने को तैयार नहीं है। इस वजह से किसानों को मानसिक रूप से प्रताडि़त होना पड़ रहा है। उपरोक्त आरोप ईंख कास्तकार संघ के सदस्यों ने लगाया है।
शुक्रवार को संघ के सचिव छोटे श्रीवास्तव के नेतृत्व में किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मिल प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ एसडीएम से मुलाकात की। किसानों ने अपनी मांगों से जुड़ा एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा तथा त्वरित पहल की मांग की। संघ के सदस्य व मुखिया रामविलास ङ्क्षसह, मुन्ना यादव, जितेंद्र ङ्क्षसह, गंगा विष्णु काजी, रमेंद्र गौरव, सुरेंद्र महतो, तारकेश्वर महतो व द्वारिका काजी ने कहा कि बीते साल हुई अत्याधिक वर्षा के कारण गन्ने की उपज काफी कम हुई। अब समय से गन्ने की आपूर्ति नहीं होने के कारण फरवरी मेें गन्ना दोबारा लगाने पर संशय बना हुआ है। जेनरल प्रभेद के गन्ने की खरीद शुरू नहीं होने से कई किसानों के समक्ष आर्थिक विपन्नता की स्थिति बनी हुई है। किसानों ने एसडीएम को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि अविलंब जेनरल प्रभेद के गन्ने की खरीद शुरू हो। दियारावर्ती इलाके में कटाव कर रही गंडक नदी से त्रस्त किसानों को जांच कर उचित मुआवजा दिया जाए।
धान की तौल में मनमानी कर रहे पैक्स अध्यक्ष :-
गन्ना कास्तकारों ने एसडीएम को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि धान की खरीद की निष्पक्ष जांच कराई जाए। पैक्स अध्यक्ष खरीद में मनमानी कर रहे हैं। किन किसानों का अनाज खरीदा गया है, इसकी निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए। किसानों ने आरोप लगाया कि पैक्स अध्यक्षों के द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य में से 100 से 200 रुपये प्रति ङ्क्षक्वटल की दर से वसूली की जा रही है। एसडीएम शेखर आनंद ने कहा कि जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई होगी।