फिश एंड फिशरीज में नामांकन को 12 तक करें आवेदन

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के जूलाजी विभाग में संचालित एमएससी फिश एंड फिशरीज कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 01:38 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 01:38 AM (IST)
फिश एंड फिशरीज में नामांकन को 12 तक करें आवेदन
फिश एंड फिशरीज में नामांकन को 12 तक करें आवेदन

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के जूलाजी विभाग में संचालित एमएससी फिश एंड फिशरीज कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 12 जुलाई तक छात्र-छात्राएं विभाग से आवेदन फार्म प्राप्त कर सकती हैं। कोर्स के निदेशक डा.मनेंद्र कुमार ने बताया कि नामांकन के लिए 24 जुलाई को प्रवेश परीक्षा ली जाएगी। इसमें चयनित अभ्यर्थियों की मेधा सूची जारी की जाएगी। नामांकन की प्रक्रिया जुलाई में पूरी हो जाएगी। इसके बाद 10 अगस्त से कक्षाओं का संचालन होगा। उन्होंने बताया कि कक्षाएं आनलाइन या आफलाइन होंगी यह सरकार के निर्णय के बाद तय किया जाएगा।

आरटीई व एनसीटीई के मापदंडों के अनुरूप हो शिक्षकों का हो सम्मान

अन्य राज्यों की तरह यहां भी शिक्षकों के साथ न्याय की व्यवस्था की जाए। शिक्षा के अधिकार अधिनियम और एनसीटीई के मापदंडों के अनुरूप शिक्षकों का सम्मान करें। टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक संघ के जिला मीडिया प्रभारी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज शिक्षकों के प्रति उदारता रखने का आग्रह किया है।

संघ के जिलाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार, वरीय उपाध्यक्ष दिलीप कुमार का कहना है कि जबसे शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हुआ, शिक्षक सम्मान में बिहार काफी पीछे है। उन्होंने बिहार के टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों का अलग संवर्ग घोषित करते हुए राज्यकर्मी माने जाने और उसी के अनुरूप वेतन- भत्ता का निर्धारण करने की मांग की। निगरानी जांच के नाम पर शिक्षकों को बलि का बकरा नहीं बनाया जाए। शिक्षा पदाधिकारी पर भी जवाबदेही तय की जाए। पिछले पांच वर्षों में किस कारण से शिक्षकों के फोल्डर, मेधा सूची को दबा कर रखा गया और निगरानी को क्यों नहीं उपलब्ध कराया गया। साथ ही शिक्षकों को देय सुविधा, जैसे महिला शिक्षकों के लिए शिशु देखभाल अवकाश, अर्जित अवकाश, पेंशन ईपीएफ आदि के भेदभाव को दूर किया जाए। ग्रेच्युटी, कालबद्ध पदोन्नति, सामूहिक बीमा, पेंशन आदि का लाभ भी स्थानीय निकायों के शिक्षकों को दिया जाए।

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