Antigen kit black marketing: मुजफ्फरपुर में एंटीजन किट वितरण से लेकर जांच तक में मिली गड़बड़ी

लैब टेक्नीशियनों व डाटा इंट्री ऑपरेटरों के भरोसे छोड़ दी गई थी पूरी व्यवस्था। उपलब्ध किट से 16 हजार से कम हुई जांच डाटा अपलोडिंग में भी फर्जीवाड़ा। इसके अलावा जांच से अधिक की डाटा की अपलोडिंग की गई। कई केंद्रों में यह संख्या कम भी पाई गई।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 09:23 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 02:00 PM (IST)
Antigen kit black marketing: मुजफ्फरपुर में एंटीजन किट वितरण से लेकर जांच तक में मिली गड़बड़ी
मोबाइल नंबर में 10 अंकों तक शून्य (0000000000) अंकित कर दिए गए।

मुजफ्फरपुर, जासं। Antigen kit black marketing:जिले में कोरोना जांच के लिए आई एंटीजन किट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की पुष्टि हुई है। किट के वितरण से लेकर जांच में गड़बड़ी पाई गई। कई स्वास्थ्य केंद्रों को अधिक तो कई को कम किट मिली। जिले में जितनी किट उपलब्ध कराई गई और जितनी जांच हुई, उसमें 16 हजार से अधिक का अंतर पाया गया। इसके अलावा जांच से अधिक की डाटा की अपलोङ्क्षडग की गई। कई केंद्रों में यह संख्या कम भी पाई गई।

मालूम हो कि पुलिस ने सदर अस्पताल के लैब टेक्नीशियन लव कुमार के घर नौ मई को छापेमारी की थी। इसमें चार हजार एंटीजन किट व अन्य सामग्री जब्त की गई थी। इसके बाद मामले की प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। सात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई। पांच की गिरफ्तारी हुई। डीएम प्रणव कुमार ने अपर समाहर्ता राजेश कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम से मामले की जांच कराई तो उक्त गड़बडिय़ां सामने आईं।

सबसे महत्वपूर्ण यह कि आठ हजार से अधिक जांच कराने वाले लोगों के मोबाइल नंबर में 10 अंकों तक शून्य (0000000000) अंकित कर दिए गए। इन गड़बडिय़ों को देखते हुए जांच टीम ने तीन लैब टेक्नीशियनों लव कुमार, आनंद मुकेश एवं दीपक कुमार को सेवा से बर्खास्त करने की अनुशंसा की है। मड़वन सीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य प्रबंधक के अलावा सदर अस्पताल के लैब टेक्नीशियन के पर्यवेक्षक मनोज कुमार से स्पष्टीकरण मांगने की संस्तुति की गई है। जांच कराने वालों के मोबाइल नंबर नहीं लेने पर दो जांच कर्मियों पर भी कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।

सीएचसी साहेबगंज को भेजी गई 5250 किट, मिली 8358

जांच रिपोर्ट के अनुसार कई स्वास्थ्य केंद्रों को भेजी गई और प्राप्त एंटीजन किट की संख्या में अंतर पाया गया। 20 में से छह स्वास्थ्य केंद्रों में अधिक तो 10 को कम एंटीजन किट प्राप्त हुई। दो ही केंद्रों को सही संख्या में किट उपलब्ध हुई। सेंट्रल जेल और यूपीएचसी बालूघाट का आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो सका। आंकड़ा देखें तो सीएचसी साहेबगंज में सबसे ज्यादा (3108) अधिक किट रिसीव हुई। यहां 5250 किट भेजी गई, जबकि 8358 प्राप्त की गई। मुशहरी को 7050 किट भेजी गई थी, जबकि 9050 रिसीव हुई। आश्चर्य यह कि इस गड़बड़ी को लेकर जांच टीम ने सवाल भी नहीं उठाए। पूरे जिले को मिले एक लाख 88 हजार 193 किट में से एक लाख 71 हजार 405 लोगों की ही जांच हुई, जबकि सभी किट का इस्तेमाल बताया गया। इस तरह किट और जांच में 16,788 का अंतर पाया गया।

स्वास्थ्य केंद्र : सेंट्रल ड्रग स्टोर से जारी किट : प्राप्त किट

औराई सीएचसी : 6000: 5500

बंदरा सीएचसी : 6965: 6765

बोचहां सीएचसी: 4350: 3550

गायघाट सीएचसी: 6630 : 6705

कांटी सीएचसी: 12650 : 12769

कटरा सीएचसी : 7050: 6750

कुढऩी सीएचसी : 8900 : 8400

मड़वन सीएचसी:11150 : 11150

मीनापुर सीएचसी : 10575 : 10575

मोतीपुर सीएचसी : 8325 : 7400

मुरौल सीएचसी : 8975 : 7875

मुशहरी सीएचसी : 7050 : 9050

पारू सीएचसी : 8950 :10012

साहेबगंज सीएचसी : 5250 : 8358

सकरा रेफरल अस्पताल: 7350: 8450

सरैया सीएचसी: 8750 : 8250

सदर अस्पताल व नशा मुक्ति केंद्र: 56380 : 54380

सेंट्रल जेल:200 : आंकड़ा उपलब्ध नहीं

यूपीएचसी बालूघाट: 200 : आंकड़ा उपलब्ध नहीं  

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