प्रत्येक शैक्षणिक सत्र के लिए विद्यार्थियों और अभिभावकों को देना होगा रैगिगरोधी शपथ पत्र

अब सभी कालेजों और विश्वविद्यालय के विभागों में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में रैगिग रोकने के लिए शपथपत्र देना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Nov 2021 01:19 AM (IST) Updated:Mon, 01 Nov 2021 01:19 AM (IST)
प्रत्येक शैक्षणिक सत्र के लिए विद्यार्थियों और अभिभावकों को देना होगा रैगिगरोधी शपथ पत्र
प्रत्येक शैक्षणिक सत्र के लिए विद्यार्थियों और अभिभावकों को देना होगा रैगिगरोधी शपथ पत्र

मुजफ्फरपुर : अब सभी कालेजों और विश्वविद्यालय के विभागों में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में रैगिग रोकने के लिए शपथपत्र देना होगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से रैगिग रोकने के लिए विकसित पोर्टल पर इसे आनलाइन भरना होगा। आयोग की ओर से इसको लेकर सभी कालेजों के प्राचार्यों और विश्वविद्यालय के कुलपति को निर्देश दिया गया है।

आयोग ने कहा है कि www.ड्डठ्ठह्लद्बह्मड्डद्दद्दद्बठ्ठद्द.द्बठ्ठ और www.ड्डद्वड्डठ्ठद्वश्र1द्गद्वद्गठ्ठह्ल.श्रह्मद्द में से किसी एक वेबसाइट पर विद्यार्थी अपने शैक्षणिक सत्र का विवरण भरेंगे। सभी नियम और शर्तों को पढ़ने के बाद सहमति देंगे कि वे और उनके माता-पिता ने रैगिग रोकने के सभी नियमों को समझ लिया है। साथ ही वे किसी भी प्रकार की रैगिग की गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे। प्रक्रिया पूरी होते ही एक रजिस्ट्रेशन नंबर और वेब लिक संबंधित विद्यार्थी के ईमेल पर भेजा जाएगा। छात्र इसे कापी कर कालेज व विवि के नोडल पदाधिकारी के ईमेल पर भेजेंगे। छात्रों को उसका प्रिटआउट लेकर जमा करने की जरूरत नहीं होगी। नोडल पदाधिकारी उस लिक के माध्यम से आश्वस्त होंगे कि संबंधित विद्यार्थी ने शपथपत्र भर लिया है।

संस्थान परिसर में पोस्टर और बैनर के माध्यम से करना है प्रचार-प्रसार : शिक्षण संस्थानों में रैगिग रोकने के लिए यूजीसी ने इस सत्र से सख्ती बढ़ा दी है। विवि को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि रैगिगरोधी नोडल पदाधिकारी का मोबाइल नंबर और ईमेल आइडी को संस्थान की वेबसाइट और परिसर में पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शित करें। साथ ही कैंटीन, पुस्तकालय, छात्रावास, प्रवेश केंद्र और अन्य सार्वजनिक जगहों पर पोस्टर व बैनर के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार करें। रैगिग रोकने के लिए व छात्रों को जागरूक करने को लेकर ई-लिफ्लेट भी जारी किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी