Akshat Utkarsh death case: सुशांत सिंह राजपूत के बाद मुंबई में बिहार के एक और नवोदित कलाकार की मौत, स्वजनों ने कहा, की गई हत्या
Akshat Utkarsh death case 27 सितंबर की रात नौ बजे पिता से बात की और साढ़े दस बजे के बाद कॉल का जवाब नहीं मिलने लगा। उनकी महिला मित्र ने खुदकुशी की सूचना दी। मंगलवार की सुबह शव पटना लाया गया। मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Akshat Utkarsh death case: मुंबई के फिल्म जगत में मुकाम हासिल करने के लिए पिछले दो साल से संघर्ष कर रहे शहर के नवोदित कलाकार अक्षत उत्कर्ष उर्फ हनी (26) की उसके अंधेरी स्थित फ्लैट में 27 सितंबर की रात संदिग्धावस्था में मौत हो गई। इसकी सूचना उसकी रूम पार्टनर स्नेहा चौहान ने स्वजनों को दी। बताया कि गमछे के सहारे उसने पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली है। इसके बाद चचेरे भाई पंकज आनंद के साथ वहां पहुंचे चाचा विक्रांत किशोर अक्षत के शव के साथ मंगलवार को वापस लौटे। घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग उनके सिकंदरपुर के नाला रोड स्थित आवास पर पहुंचे। दोपहर में सिकंदरपुर श्मशान घाट पर अक्षत का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि चाचा विक्रांत किशोर ने दी। मालूम हो कि फिल्म अभिनेता सुशांत ङ्क्षसह राजपूत की मौत के बाद यह ऐसी दूसरी घटना सामने आई है।
चाचा ने कहा-अक्षत की हुई हत्या
मुंबई से लौटे अक्षत के चाचा विक्रांत किशोर ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह हत्या है। इसके पीछे उसकी रूम पार्टनर स्नेहा चौहान, सोसाइटी के सचिव व मुंबई पुलिस की भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि जब वे उस रूम में गए तो कहीं से खुदकुशी का मामला नहीं दिखा। अक्षत 6.2 फीट लंबा था। उतना लंबा आदमी उस कमरे में खड़ा होकर खुदकुशी नहीं कर सकता। बैठकर खुदकुशी इसलिए नहीं की जा सकती, क्योंकि इतना बड़ा गमछा नहीं आता। इससे स्पष्ट है कि पहले उसकी हत्या की गई फिर खुदकुशी का रूप दिया गया।
मुबंई पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट व बॉडी लो और जाओ
विक्रांत किशोर ने बताया कि मुंबई पुलिस ने सहयोग नहीं किया। पुलिस अधिकारी ने कहा पोस्टमार्टम रिपोर्ट व बॉडी लो और आप जाओ। पुलिस ने उन्हें प्राथमिकी की कॉपी भी नहीं दी। पोस्टमार्टम कराने में भी आनाकानी की। मुंबई पुलिस का हवलदार बार-बार उन्हें यह समझाने का प्रयास करता रहा कि उसने हमारा काम करा दिया है। पोस्टमार्टम में काम आने वाला सामान पुलिस ने दो बार खरीदवाया। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की या नहीं यह भी उन्हें नहीं बताया। बस इतना ही बताया कि पांच-छह लोगों का बयान उसने रिकॉर्ड किया है। ये बयान किन लोगों के दर्ज किए गए हैं और उनकी भी जानकारी नहीं दी गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद जब उन्होंने अक्षत के सामान की मांग की तो पुलिस ने बताया कि मोबाइल जांच के लिए रखा है। अन्य सामान के लिए स्नेहा चौहान से संपर्क करने को कहा।
27 की रात स्नेहा ने दी सूचना
विक्रांत किशोर ने बताया की 27 सितंबर की रात स्नेहा चौहान ने बेंगलुरु में रह रहे अक्षत के बुआ के लड़के को फोन किया। बताया कि अक्षत ने सुसाइड अटैक किया है। वह अस्पताल में भर्ती है। इस पर कोकिलाबेन हॉस्पिटल के थाना में फोन किया तो वहां से अक्षत जहां रहता था वहां के थाना से संपर्क करने को कहा गया। उसी ने इंस्पेक्टर पोटे का नंबर दिया। पोटे ने फोन पर बताया कि अक्षत ङ्क्षजदा है और कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती है। जब वे मुंबई जाने के लिए टिकट बुक करा रहे थे तो इंस्पेक्टर पोटे ने फोन कर बताया कि अक्षत की मौत हो गई।