पशुपालन विभाग अब तक मधुबनी जिले में 7.73 लाख पशुओं को लगा चुका एचएसबीक्यू का टीका

Madhubani news अभी एक लाख 33 हजार पशुओं को अगले निर्धारित दिनों में टीकाकरण करने का लक्ष्य है। जिले में नौ लाख तीन हजार पशुओं के टीकाकरण का लक्ष्य 10 दिसंबर तक बढ़ाई गई टीकाकरण की अवधी पशुपालकों से पशुओं का टीकाकरण कराने की अपील।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 03:37 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 03:37 PM (IST)
पशुपालन विभाग अब तक मधुबनी जिले में 7.73 लाख पशुओं को लगा चुका एचएसबीक्यू का टीका
मधुबनी ज‍िले में पशुपालन व‍िभाग की ओर से टीकाकरण। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मधुबनी, जासं। जिले में अब तक सात लाख 73 हजार पशुओं को ठंडी के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए पशुपालन विभाग की ओर से एचएसबीक्यू वैक्सीन दी जा चुकी है। पशुओं में टीकाकरण का यह अभियान 10 दिसंबर तक जिले में जारी रहेगा। इस संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पिछले माह 15 से 30 नवंबर तक एचएसबीक्यू वैक्सीन देने का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन पंचायत चुनाव होने के कारण वैक्सीनेटर निर्धारित समय में पशुओं को वैक्सीन नहीं दे पाए। जिस कारण उक्त वैक्सीनेशन की तिथि को बढ़ाकर अब 10 दिसंबर कर दिया गया है।

इस अभियान के दौरान जिले के गाय और भैंस को वैक्सीन लगाया जाना है। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के साथ ही पशुओं को टैगिंग करने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। जिला पशुपालन विभाग ने इस वर्ष कुल नौ लाख तीन हजार पशुओं के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। जिसमें से अभी तक सात लाख 73 हजार पशुओं को टीका लगाया जा चुका है। शेष एक लाख 33 हजार पशुओं को अगले निर्धारित दिनों में टीकाकरण करने का लक्ष्य है। इसके लिए 250 वैक्सीनेटरों को काम पर लगाया गया है। जबकि, टैगिंग के लिए 200 प्राइवेट लोगों को काम में लगाया गया है। उन्होंने जिले के पशुपालकों से अनुरोध किया है कि सभी पशुपालक अपने पशुओं को उक्त निर्धारित अवधि के दौरान वैक्सीनेशन अवश्य कराएं। जिससे ठंड के मौसम में पशुओं को होने वाली विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सके।

बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक बेअसर

मधुबनी। शहर के शंकर चौक से बाबूसाहेब चौक तक दिनभर जाम की समस्या बनी रहती है। इस सड़क पर बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक के बाद भी बड़े वाहनों का परिचालन से जाम की समस्या खड़ी हो जाती है। जिससे स्कूली बच्चों को स्कूल आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां जाम की समस्या स्थाई रूप लेती जा रही है।

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