Madhubani : भारत-नेपाल सीमा पर सभी अवैध मार्ग बंद, लॉकडाउन के बाद सीमा पर बढ़ी निगरानी

एक साल से भी अधिक समय से बंद है भारत-नेपाल सीमा बीच में हालात सुधरने पर खुली सीमा का लाभ उठा आवागमन कर रहे थे लोग कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे और लॉकडाउन के बाद सीमा पर बढ़ी निगरानी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 12:11 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 04:43 PM (IST)
Madhubani : भारत-नेपाल सीमा पर सभी अवैध मार्ग बंद, लॉकडाउन के बाद सीमा पर बढ़ी निगरानी
भारत-नेपाल सीमा के हरिने बॉर्डर पर बन्द मार्ग। जारगण

भारत-नेपाल सीमा  के हरिने बॉर्डर पर बन्द मार्ग। जारगण 

मधुबनी (हरलाखी), जासं। लॉकडाउन के दौरान 15 मई तक संपूर्ण बंद की घोषणा के पहले दिन बुधवार को पुलिस प्रशासन एक्शन मोड में नजर आया। लॉकडाउन को लेकर एक तरफ भारत-नेपाल सीमा के सभी मार्गों पर पूर्ण रूप से आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सीमा पर सभी अवैध मार्ग को बंद कर दिया गया है। इस बीच बॉर्डर पर मौजूद एसएसबी व नेपाली सेना ने भी बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी है। दोनों देशों के जवानों ने दोनों देशों के नागरिकों के लिए बॉर्डर पर आवाजाही पूर्णतया बंद कर दिया है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई और बॉर्डर पर दोनों देश के नागरिक की भीड़ लग गई। लेकिन, नेपाली सेना ने एक भी व्यक्ति को नेपाल सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया। जबकि, नेपाल सीमा में फंसे कुछ भारतीय को चेतावनी देकर आने दिया। जिस कारण बॉर्डर पर भारतीय सीमा में आए नेपाली नागरिकों में आक्रोश भी दिखा। उनलोगों का कहना था कि रोक दोनों देशों के लोगों के लिए होना चाहिए था।

गौरतलब है कि कोरोना महामारी को लेकर पिछले एक साल से अधिक समय से बॉर्डर सील ही है। बीते दो-तीन महीने से अवैध मार्ग से आने-जाने की थोड़ी बहुत छूट दी गई थी। दोनों देशों के लोगों को पैदल आने जाने दिया जाता था। अचानक सीमा बंद से कई लोग परेशानी में दिख रहे थे। बॉर्डर पर बिहार में 15 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन की वजह से सख्ती और बढ़ा दी गई है।

जयनगर स्थित एसएसबी 48वीं बटालियन के कमांडेंट शंकर सिंह ने बताया कि बॉर्डर पहले से सील है। खुली सीमा रहने के कारण कुछ दिनों से लोग आ जा रहे थे। कोरोना महामारी को देखते हुए सख्ती बढ़ा दी गई है। वहीं, बीडीओ अरविन्द कुमार सिंह, सीओ सौरभ कुमार, हरलाखी थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान व खिरहर थानाध्यक्ष अंजेश कुमार के नेतृत्व में अगल-अलग टीम गठन कर क्षेत्र में लॉकडाउन को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए क्षेत्र के सभी चौक चौराहों पर भ्रमण करना शुरू कर दिया है। इस दौरान अधिकारियों ने बुधवार को उमगांव, हरलाखी, हरिणे, पिपरौन, बौरहर, झिटकी, गंगौर, हिसार, बिशौल सहित अन्य जगहों पर खुली दुकान व बाजारों को बंद कराया।

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