Samastipur : पिता की मौत के बाद साइंटिस्ट बेटी व एमबीबीएस छात्र का अस्पताल में तांडव, डॉक्टर व कर्मियों से बदसलूकी व मारपीट

चिकित्सक से मारपीट के आरोप में मृतक के पुत्र को पुलिस ने किया गिरफ्तार 12 घंटें तक दाह संस्कार के लिए परिजन पुत्र का करते रहे इंतजार परिजनों के आग्रह व सामाजिक लोगों की पहल पर पुलिस ने पुत्र को बांड पर किया रिहा

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 12:31 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 05:10 PM (IST)
Samastipur : पिता की मौत के बाद साइंटिस्ट बेटी व एमबीबीएस छात्र का अस्पताल में तांडव, डॉक्टर व कर्मियों से बदसलूकी व मारपीट
समस्‍तीपुर के सदर अस्पताल में विरोध जताते मृतक के स्‍वजन। जागरण

समस्तीपुर, जासं। सदर अस्पताल में बुधवार की रात्रि पिता की मौत के बाद भड़की बेटियों ने जमकर हंगामा किया। साथ ही ऑन ड्यूटी चिकित्सक व कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए मारपीट किया। परिजन भी बदतमीजी व मारपीट करने का आरोप लगा रहे है। इस मामले में चिकित्सक की लिखित शिकायत पर मृतक के पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। परिजन दाह संस्कार के लिए शव को लेकर गिरफ्तार पुत्र के आने का इंतजार करते रहे। इसके बाद परिजन व सामाजिक लोगों ने दाह संस्कार के लिए प्रशासन से रिहा करने को लेकर आग्रह किया। फिर 12 घंटें बाद पुलिस ने बांड के आधार पर उसे रिहा किया। इसके बाद पुत्र ने पिता का दाह संस्कार कराया।

जानकारी के अनुसार शहर के आदर्शनगर मोहल्ला निवासी पीडब्लूडी जूनियर इंजीनियर मदन राम की बुधवार रात्रि तबियत बिगड़ गई। इससे बाद उनकी साइंटिस्ट पुत्री व एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले पुत्र विवेक कुमार पहले प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराया। इसके बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए रेफर कर दिया। सभी सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज कराने पहुंचे। जहां पर रात्रि ड्यूटी में तैनात डॉ. गिरीश कुमार ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उनकी पुत्री ने मृत्यु प्रमाण पत्र मांगनी शुरू की। इसी पर चिकित्सक से उनका विवाद होने लगा। विवाद के क्रम में मारपीट शुरू हो गई। फिर ऑन ड्यूटी गार्ड तत्काल बीच बचाव में जुट गए। स्वास्थ्य प्रशासन ने तत्काल मामले की जानकारी नगर थाना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को शांत कराया। इसके बाद परिजन शव के लेकर वापस लौट गए।

तांडव देख तमाशाबिन बने रहे लोग

सदर अस्पताल परिसर में पिता की मौत के बाद साइंटिस्ट पुत्री आपे से बाहर दिखी। वह पहले मरीज का नाम दर्ज करने वाला रजिस्टर लेकर भागने लगी। इस पर सुरक्षा गार्ड ने पीछा कर उससे रजिस्टर ले लिया। इसके बाद आपातकालीन वार्ड में दोनों युवतियों ने जमकर तांडव मचाया। कर्मियों के साथ गाली गलौज भी की। लोग तमाशाबिन बनकर दोनों युवती का तांडव देखते रहे।

मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर शुरू हुई नोकझोंक

मृतक के परिजन ने डॉक्टर से पिता की मृत्यु के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र मांगना शुरू कर दिया। इस पहले तो चिकित्सक ने समझाना शुरू किया। इसके बाद भी परिजन प्रमाण पत्र लेने के लिए अड़े रहे। चिकित्सक ने शव को को वापस ले जाने को कहा। जिस पर मृतक की दोनों पुत्री से चिकित्सक का नोकझोंक होने लगा। इसी पर बदतमीजी का आरोप लगाते हुए परिजनों ने मारपीट शुरू कर दी।

चिकित्सक ने थाने में दिया आवेदन

चिकित्सक ने पूरे मामले की शिकायत उपाधीक्षक से की। साथ ही नगर थाना में मारपीट को लेकर लिखित शिकायत की। इस आधार पर नगर थाना पुलिस ने मृतक के पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, पिता के दाह संस्कार के लिए पुलिस ने बांड पर उसे रिहा किया। जिसके बाद शव का दाह संस्कार कराया गया।

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