सीतामढ़ी में दो महिलाओं की मौत के बाद स्वजनों ने काटा बवाल, एक्सपायर ब्लड चढ़ाने का आरोप

सीतामढ़ी शहर के दो निजी नर्सिंग होम में एक्सपायरी ब्लड चढ़ाने के कारण दो महिलाओं को जान गंवानी पड़ी है। एक की मौत सोमवार को तो दूसरे की मौत हुई थी 9 जून को। रेडक्रॉस सोसायटी ने कहा आरोप लगा देने भर से कोई मामला सच नहीं हो जाता।

By Murari KumarEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 09:57 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 09:57 PM (IST)
सीतामढ़ी में दो महिलाओं की मौत के बाद स्वजनों ने काटा बवाल, एक्सपायर ब्लड चढ़ाने का आरोप
सीतामढ़ी। रोते - बिलखते मृतक के स्वजन।

सीतामढ़ी, जागरण संवाददाता। शहर के दो निजी नर्सिंग होम में एक्सपायरी ब्लड चढ़ाने के कारण दो महिलाओं को जान गंवानी पड़ी है। एक्सपायरी ब्लड चढ़ाने की शिकायतों के अनुसार, नौ जून के बाद दूसरी मौत सोमवार को हुई। सोमवार को इसके कारण हुई मौत के आरोप में स्वजनों ने जमकर बवाल काटा। सोमवार दोपहर शहर के ङ्क्षरग बांध स्थित एक निजी नर्सिंग होम में प्रसव के बाद प्रसूता को बाद ब्लड चढ़ाया गया। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। मृत महिला की पहचान मेहसौल ओपी क्षेत्र के प्रतापनगर निवासी फेकन कुमार की पत्नी मालती कुमारी के रूप में की गई। मौत के बाद आक्रोशित स्वजन हंगामा करने लगे। सूचना पर नगर थाना पुलिस ने हॉस्पीटल पहुंच कर लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।

 डॉक्टर वरुण कुमार ने बताया कि प्रसव के बाद मरीज की स्थिति ठीक थी। सिर्फ ब्लड की कमी थी। इसको लेकर उसे ब्लड चढ़ाया गया। ब्लड चढ़ाने के कुछ ही देर में उसकी पेट में गैस बनने लगी और उसकी मौत हो गई। मरीज की मौत का कारण ब्लड एक्सपायी होना है। इसी तरह की घटना बीते 9 जून को हुई थी। जब डुमरा रोड नहर चौक स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती आदर्श नगर मोहल्ले की महिला की मौत भी एक्सपायरी ब्लड चढ़ाने से होने की बात कही गई है। इन दोनों मरीजों को ब्लड रेडक्रॉस से आपूर्ति हुआ बताया गया है। मरीज को चढ़ाने वाले ब्लड के पैकेट पर लगी रसीद पर एक्सपायरी डेट नौ जुलाई, 2021 और इश्यू डेट 14 जून 2021 अंकित है। बैग नं. 285 लिखा था।

 नगर थानाध्यक्ष विकास कुमार राय ने बताया कि इस सिलसिले में लिखित शिकायत नहीं मिल पाई है। छानबीन चल रही है। आवेदन मिलने पर पुलिस अपना काम करेगी। सिविल सर्जन डॉ. राकेश चंद्र सहाय वर्मा ने कहा है कि मामला अभी-अभी संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराई जाएगी। संबंधित पदाधिकारियों से जवाब-तलब किया जाएगा एवं कमेटी बनाकर जांच रिपोर्ट तलब की जाएगी। रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव संजीव कुमार का कहना है कि यह कैसे कहा जा सकता है कि रेडक्रॉस के ब्लड से ही मृत्यु हुई है इसकी जांच होगी तभी सत्यता सामने आएगी। यह तो एक आशंका है। जब तक इसकी पुष्टि नहीं होती तब तक इसके बारे में हम लोग क्या कह सकते हैं। कुछ लोग अनुमान लगा रहे हैं वो अलग बात है लेकिन, जांच के बाद इसकी पुष्टि होने तक आरोपों को सही नहीं माना जा सकता।

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