मुजफ्फरपुर में आडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में मानव बल की बहाली रद
मानव बल की बहाली में सदर अस्पताल के डाटा आपरेटर धर्मेंद कुमार ने एएनएम पद की एक अभ्यर्थी से बहाली के लिए तीस हजार रुपये की मांग की। यह आडियो वायरल हुआ था। नियुक्ति तिथि से नियोजन रद नहीं मिलेगा किसी को एक भी दिन का मानदेय।
मुजफ्फरपुर, जासं। कोरोना महामारी को लेकर सदर अस्पताल से पीएचसी तक 780 पदों पर हुई मानवबल की बहाली को तत्काल प्रभाव से रद कर दिया गया है। जिलाधिकारी प्रणव कुमार के आदेश पर सिविल सर्जन डा.एसके चौधरी ने नियुक्ति तिथि से नियोजन को रद कर दिया है। इसके बाद कोरोना टीकाकरण में सहयोग कर रहे मानवबलों में खलबली मच गई है।
बहाली मेें वसूली का आडियो हुआ था वायरल
मानव बल की बहाली में सदर अस्पताल के डाटा आपरेटर धर्मेंद कुमार ने एएनएम पद की एक अभ्यर्थी से बहाली के लिए तीस हजार रुपये की मांग की। यह आडियो वायरल हुआ। हम के जिलाध्यक्ष शरीफुल हक ने जिलाधिकारी को आडियो क्लीप उपलब्ध कराया। डीडीसी के नेतृत्व में एसडीओ पूर्वी व एडीएम ने मामले की जांच शुरू की। टीम ने वायरल आडियो की भी जांच की। जांच कमेटी के समक्ष सिविल सर्जन व संबंधित सहायक तीन दिनों तक कागजात लेकर नहीं पहुंचे। चौथे दिन अधीक्षक के माध्यम से कागजात भेजवाया, जिसकी जांच के बाद कमेटी ने डीएम को नियोजन में काफी गड़बड़ी होने, पारदर्शिता नहीं बरतने और अन्य कई अनियमितता का हवाला देते हुए नियोजन रद करने की अनुशंसा की थी। इसके बाद डीएम ने बुधवार शाम सिविल सर्जन को नियोजन को रद करने का निर्देश दिया।
तीन माह के लिए हुई थी बहाली
स्वास्थ्य मुख्यालय ने कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए आवश्यकता के अनुसार चिकित्सक, एएनएम, जीएनएम, वार्ड ब्वाय, डाटा इंट्री आपरेटर आदि पदों पर तीन महीने के लिए नियोजन करने का निर्देश दिया था। इसके आलोक में सिविल सर्जन कार्यालय से एक सादा कागज पर रिक्ति की सूचना निकाल दी गई। इसको दीवार पर चस्पा कर बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए हुए 780 पदों पर नियोजित कर लिया गया।
बोले सिविल सर्जन, आगे होगी बड़ी संख्या में बहाली
सिविल सर्जन डा.एसके चौधरी ने बताया कि अगले कुछ दिनों में राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से बड़ी संख्या में बहाली होगी। इस मानव बल में जो भी लोग उस बहाली में आवेदन करेंगे, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही सभी लोगों को कोरोना काल में काम करने के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। पूछे जाने पर 20 दिनों के कार्य का मानदेय मिलेगा या नहीं, इसपर सिविल सर्जन ने कहा नियोजन की तिथि से ही नियुक्ति रद कर दी गई है। ऐसे में किसी को एक दिन का भी भत्ता या मानदेय नहीं मिलेगा।
डाटा आपरेटर हुए मायूस
महामारी को लेकर बहाल डाटा आपरेटर सुनील ने कहा कि तीन माह का काम था इसलिए लैब टैब खरीदा। लेकिन अब क्या होगा। इस तरह से बहाली रद होने की सूचना पर डीआइओ कार्यालय में कई एएनएम व डाटा आपरेटर मायूस व रोते हुए नजर आए। कुछ लोग सिविल सर्जन कार्यालय आए, लेकिन वहां पर किसी अधिकारी से मुलाकात नहीं हो पाई।