पश्चिम चंपारण : नौतन में सरकार की योजनाओं में अनियमितता की भरमार, नहीं लगाते हैं अच्छी क्वालिटी के सामग्री
West Champaran News नौतन प्रखंड के कई पंचायतों मे हो रहे सरकार के विभिन्न योजनाओं मे काफी अनियमितता बरती जा रही है। सरकार के महत्वकांक्षी योजना नल जल हो या गली नाली सब में योजनाओं से हटकर काम किया जा रहा है जो टिकाऊ नहीं है।
पश्चिम चंपारण, जासं। नौतन प्रखंड के कई पंचायतों मे हो रहे सरकार के विभिन्न योजनाओं मे काफी अनियमितता बरती जा रही है। सरकार के महत्वकांक्षी योजना नल जल हो या गली नाली सब में योजनाओं से हटकर काम किया जा रहा है, जो टिकाऊ नहीं है। पंचायतों में गली नली के कार्यों में काफी अनियमितता बरती जा रही है। मानक को ताक पर रख कर जनप्रतिनिधि या संवेदक अपने हिसाब से काम करा रहे है।
नहीं लगाते हैं अच्छी क्वालिटी के सामग्री
नली गली के कार्यों में सही सामग्री नहीं लगाने से काम टिकाऊ नहीं हो पा रहा है। कहने के लिए भले प्रखंड के सभी पंचायतों में नली गली का काम अपने आखिरी चरम पर है, लेकिन देखने पर हकिकत कुछ और बयान करती है।
मानक को ताख पर रख कर किए जा रहे कार्य
पंचायत के वार्डो में हो रहे गली नली के कार्यों में मानक का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। केवल कागजी खानापूर्ती कर काम को किसी तरह से निपटा दिया जाता है। कार्यों में लगने वाले ईंट, बालू की बात ही अलग है। इसमें सबसे निम्न क्वालिटी का सामान लगाया जाता है, जो टिकाऊ नहीं होता है।
कहते हैं ग्रामीण
कोतराहां पंचायत के समाजसेवी नंदकिशोर विकल, बैजू भगत टोला के किशोर यादव, ध्रुव यादव, प्रकाश कुमार, डबरिया के उमेश प्रसाद, दिनेश चौधरी, रामबाबू चौधरी, मंगलपुर दिनेश प्रसाद, अरूण कुमार, पंकज कुमार आदि ने बताया सरकार के महत्वकांक्षी योजना नली गली में जब अनियमितता की शिकायत की जाती हैं तो जांच का केवल दिखावा किया जाता है। कार्रवाई जीरो रहती है। अभियंता जब जांच को जाते हैं तो लोगों मे एक आस जगती हैं कि अब काम फिर से सही तरीके से कराया जाएगा। लेकिन जब अधिकारी जांच कर चले जाते हैं तो काम फिर उसी तरीके से होता हैं।
बोले अधिकारी
सरकारी योजना के कार्यों में हो रही अनियमितता को लेकर बीडीओ निभा कुमारी ने बताया कि जहां से भी कार्यों के गुणवता की शिकायत आती है। उसकी जांच कर उसे मानक के अनुसार काम कराने का निर्देश दिया जाता है। निर्देश के बाद भी अगर कोई काम ठीक से नहीं करता हैं तो उस स्थिति मे विभागीय कार्रवाई तय है।