पर्दाफाश ! सीतामढ़ी में दारोगा को अभिषेक ने मारी गोली, जानिए किसकी गोली का शिकार हुआ चौकीदार
Sitamarhi crime दारोगा को 7.65 एमएम की पिस्टल तो चौकीदार को 9एमएम की पिस्टल से मारी से मारी गोलियांदारोगा को दो गोलियां मारी गई एक गोली गर्दन को छिलते हुए निकली तो दूसरी गर्दन में लगी चौकीदार को दो गोलियां लगी एक बायें हाथ में तो दूसरी पेट में।
सीतामढ़ी, जासं। मेजरगंज की वारदात में दारोगा दिनेश राम व चौकीदार लालबाबू पासवान को गोली मारने वालों में अभिषेक सिंह व रंजन सिंह के नाम सामने आ रहे हैं। किसने किसको गोली मारी पुलिस के सूत्राें ने शुक्रवार शाम इस बारे में जानकारी दी। उस सूत्र का कहना है कि पुलिस की गिरफ्त में आ चुका सहियारा थाना क्षेत्र के बसबिट्टी गांव के स्व. रामाशंकर सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने बताया कि दारोगा को दो गोली उसने ही मारी। इधर, जख्मी चौकीदार के हवाले से बताया गया कि उसको कुंआरी मदन गांव के रंजन सिंह या मुकुल सिंह में से किसी एक ने गोलियां मारी। चौकीदार ने बताया है कि दो गोली एक हाथ में व एक पेट में लगने के बाद वह सीधे अपनी मोटरसाइकिल की तरफ दौड़े और खुद ही वाहन चलाकर भागे। आगे चलकर गांव वालों ने उनको इलाज के लिए भेजा। उधर, चौकीदार का इलाज करने वाले डॉ. वरुण कुमार ने बताया कि चौकीदार को बायें हाथ में तथा पेट के बीच में गोली लगी। दोनों ही घाव 9एमएम पिस्टल की गोली की लगती है।
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दारोगा पीछे मुड़कर नहीं देखते तो शायद बच जाती जान
शहीद दारोगा का पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि दारोगा को दो गोलियां मारी गई थी। ये गोली 7.65 बोर की पिस्टल की थी। एक गोली कनपट्टी को छिलते हुए निकल गई। दूसरी गोली नीचे से पीठ की ओर से मारी गई थी, जो गर्दन को भेद गई थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि दारोगा आगे-आगे चल रहे थे। उन्होंने सुधा देवी के कमरे को आवाज देकर खुलाया। पिस्टल निकालते हुए अंदर बैठे अपराधियों को हाथ ऊपर उठाने को कहा। साथ ही पीछे मुड़कर भी देखा कि पीछे कोई कवर करने वाला पुलिसकर्मी है कि नहीं। इतने में बदमाश हथियार हाथ में लेकर हमलावर हो गए। तभी अभिषेक ने गोलियां चलाई जो उनकी गर्दन को छूते हुए निकल गई। दूसरी गोली उसने नीचे से मारी जो उनकी गर्दन में लगी और उनकी मौत हो गई।
जख्मी चौकीदार को देखने नहीं पहुंचा कोई पुलिस अफसर
जख्मी चौकीदार को इस बात का बेहद मलाल है कि घटना के बाद से अब तक कोई पुलिस अफसर उनको देखने डॉ. वरुण कुमार के नर्सिंग होम में नहीं पहुंचा सिवाए कुछ नेताओं व अपने स्वजनों के। चौकीदार ने दैनिक जागरण को बताया कि सबसे पहले जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के अलावा पूर्व सांसद अर्जुन राय, पूर्व सांसद सीता राम यादव, सोनबरसा प्रखंड की सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया रितु जायसवाल कुशलक्षेम जानने पहुंचे थे। चौकीदार ने साफ कहा कि चौबीसों घंटे काम लेने वाले एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानाध्यक्ष में से कोई भी उन्हें देखने नहीं पहुंचा। इस बात का मलाल उनके स्वजनों को भी है।
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सीतामढ़ी के एसपी अनिल कुमार ने कहा कि यह बड़ी वारदात हुई है। इसकी छानबीन व किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने से पहले गहराई से जांच जरूरी है। वह काम पुलिस पूरी शिद्दत से कर रही है। शनिवार को शायद इस बारे में हम कुछ बताने की स्थिति में होंगे। तब प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर मीडिया को जानकारी दी जाएगी।
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