शिवहर के एक डॉक्टर को नींद से थी दोस्ती, आखिरकार हमेशा के लिए सो गए, जानिए पूरा मामला
शिवहर सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सक हरेंद्र कुमार का चंपारण में निधन छुट्टी लेकर गए चिकित्सक का अपने घर में निधन ड्यूटी के दौरान सोने के लिए थे बदनाम दर्जनों बार लगी थी फटकार नवजात की हुई मौत मामले में चल रही थी चिकित्सक के खिलाफ जांच।
शिवहर, जासं। ड्यूटी के दौरान नींद को लेकर बदनाम शिवहर के चिकित्सक डॉ. हरेंद्र कुमार, आखिरकार हमेशा के लिए सो गए। नींद के साथ उनकी दोस्ती में वह जिंदगी की जंग हार गए। पूर्वी चंपारण जिले के पताही प्रखंड के सरैया गोपाल पंचायत के भकुरहिया गांव निवासी डॉ. हरेंद्र कुमार की हृदयगति रूकने से भकुरहिया गांव स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। दो दिन पूर्व वह छुट्टी लेकर अपने घर गए थे। वे शिवहर में पिछले 14 साल से तैनात थे। उनके निधन पर जिले में शोक की लहर है।
सीएस डॉ. आरपी सिंह ने उनके निधन पर शोक जताया है। बताते चलें कि, लगातार ड्यूटी करने के मामले में उनका कोई सानी नही था। लेकिन, ड्यूटी के दौरान नींद को लेकर डॉ. हरेंद्र कुमार लगातार विवादों में रहे। वह अक्सर ड्यूटी पर सोते मिलते थे। इसके चलते दर्जनों बार सीएस स्तर पर फटकार लग चुकी थी। सदर अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में विधायक चेतन आनंद ने भी डॉक्टर को सोए पाया था। इस दौरान विधायक ने चिकित्सक को फटकार भी लगाई थी। साथ ही सीएस से कार्रवाई की मांग की थी। छह सितंबर की सुबह मातृ-शिशु अस्पताल में नवजात की मौत के बाद स्वजनों ने जमकर हंगामा किया था।
स्वजनों का आरोप था कि अस्पताल में तैनात डॉक्टर सो रहे थे। स्वजन चिकित्सक को जगाने की कोशिश कर रहे थे और इसी बीच तड़प-तड़प कर नवजात ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद भी चिकित्सक डॉ. हरेंद्र कुमार नहीं जगे। लिहाजा, चिकित्सक और कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्वजनों ने जमकर हंगामा किया था। सिविल सर्जन डॉ. आरपी सिंह ने मामले की जांच का आदेश दिया था। डीआइओ के नेतृत्व में चिकित्सकों की चार सदस्यीय टीम डॉ. हरेंद्र कुमार के खिलाफ जांच कर रही थी। इसी बीच वह चल बसे। नींद की वजह से वह हमेशा से विवादों में रहे।