मुजफ्फरपुर के अस्पतालों में वायरल बुखार के 92 मरीज भर्ती, 32 नए आए

एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा.गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में कमी आई है। 55 बच्चे पीकू वार्ड में भर्ती हैैं। इनमें सात नए मरीज आए। वहीं स्वस्थ होने पर आठ को डिस्चार्ज किया गया। पांच मरीज बिना सूचना के चले गए हैं।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 09:33 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 09:33 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के अस्पतालों में वायरल बुखार के 92 मरीज भर्ती, 32 नए आए
एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में चल रहा इलाज, 41 को किया गया डिस्चार्ज। फोटो- जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। मौसम में उतार-चढ़ाव से वायरल बुखार के मरीज आ रहे हैं। बुधवार को वायरल बुखार के 32 नए मरीज भर्ती हुए। इसके साथ अलग-अलग अस्पताल में 92 मरीजों का इलाज चल रहा है। एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा.गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में कमी आई है। 55 बच्चे पीकू वार्ड में भर्ती हैैं। इनमें सात नए मरीज आए। वहीं स्वस्थ होने पर आठ को डिस्चार्ज किया गया। पांच मरीज बिना सूचना के चले गए हैं। उनको लामा की कोटि में रखा गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उनका धूप व बारिश से बचाव करें। अगर बुखार हो तो सीधे सरकारी अस्पताल में लाकर इलाज कराएं।

केजरीवाल अस्पताल के केयर टेकर रंजन मिश्रा ने बताया कि उनके यहां 25 नए मरीज आए। अभी शिशु वार्ड में 37 मरीजों का इलाज चल रहा है। इलाज के बाद क्योर होने पर 33 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए जो मरीज आ रहे हैं उनको 24 घंटे चिकित्सक की सुविधा मिल रही है। इधर सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने बताया कि सभी पीएचसी प्रभारियों को आदेश दिया गया है कि वह वायरल बुखार के पीडि़त मरीज पर पूरी नजर रखें। कहीं से कोई मरीज मिले तो तुरंत उसे बेहतर इलाज के लिए भेजा जाए।

आयुष्मान भारत योजना में जिले को मिला तीसरा स्थान

जासं, मुजफ्फरपुर : गरीबों के इलाज के लिए चल रही आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले को तीसरा स्थान मिला है। सबसे अधिक मरीजों का एसकेएमसीएच में इलाज किया जा रहा है। विभाग के अनुसार गुरुवार को सिविल सर्जन और एसकेएमसीएच अधीक्षक को पटना में पुरस्कृत किया जाएगा। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने बताया कि आयुष्मान पखवारा के दौरान सबसे अधिक कार्ड बनाने में जिला तीसरे नंबर पर रहा है। कार्डधारियों का इलाज करने में इस योजना से नामित अस्पतालों में एसकेएमसीएच अव्वल रहा। आने वाले दिनों में कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का इलाज किया जाए।

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