मुजफ्फरपुर जिले में 83 एपीएचसी को किया जाएगा अपग्रेड
सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में 76 एमबीबीएस चिकित्सक मिले हैं। सबको एपीएचसी में भेजा गया है। एक सप्ताह में वह खुद इसकी समीक्षा करेंगे। पूरी कोशिश रहेगी कि समय पर एपीएचसी खुलें और वहां के लोगों को इसका लाभ मिले।
मुजफ्फरपुर,जासं। एपीएचसी पर अब पीएचसी वाली सुविधाएं देने की कवायद चल रही है। एपीएचसी में चिकित्सक, जीएनएम, डाटा आपरेटर व दवाएं उपलब्ध होंगी। जिले में चिकित्सक व डाटा आपरेटर मिलने के बाद वहां पर इलाज की सुविधा मजबूत की जा रही है। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में 76 एमबीबीएस चिकित्सक मिले हैं। सबको एपीएचसी में भेजा गया है। एक सप्ताह में वह खुद इसकी समीक्षा करेंगे। पूरी कोशिश रहेगी कि समय पर एपीएचसी खुलें और वहां के लोगों को इसका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा सुलभ करने के लिए सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है। नियमित ओपीडी चले, वहां पर मरीज भर्ती हों और सरकार के प्रोटोकाल के हिसाब से दवा मिले यह सुनिश्चित किया जाएगा। एक टीम बनाकर नियमित निरीक्षण व वहां के पीएचसी प्रभारी से फीडबैक लिया जाएगा। कहीं पर भी लापरवाही सामने आने पर सख्ती भी होगी।
समय से चिकित्सक नहीं आए
पिछले दिनों सरैया इलाके में कै-दस्त के बाद वहां पर समय से चिकित्सक नहीं आए। दोनों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। कहीं कोई सुविधा की कमी हो तो उसे दूर किया जाएगा। इधर केयर इंडिया के संयोजक सौरभ तिवारी के की देखरेख में टीम पीएचसी स्तर पर मिलने वाली सुविधाओं का फीडबैक सिविल सर्जन व जिलाधिकारी को उपलब्ध करा रही है। इसके आधार पर भी एक्शन हो रहा है। मड़वन पीएचसी के ओपीटी को कबाड़ बनाकर रखने का मामला सामने आने के बाद अब हर जगह से रिपोर्ट संग्रह की जा रही है।
कितने मिले चिकित्सक व जीएनएम
सीएस कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अभी जिले में 76 एमबीबीएस चिकित्सक की तैनाती है। इसी तरह 86 जीएनएम भी जिले को मिली हैं। इसके साथ 56 डाटा आपरेटर की भी तैनाती हो रही है। अभी जो चिकित्सक आए हैं उनको एपीएचसी आवंटित किया जा रहा है।