775 किमी लंबी नई लाइन दोहरीकरण आमान परिवर्तन का कार्य पूरा

रेलवे ने कई लाइनों का निर्माण दोहरीकरण विद्युतीकरण व आमान परिवर्तन के काम को पूरा किया है। इसमें विशेषकर वर्ष 2014 से 2020 तक यात्री सुविधाओं से जुड़ी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं हैं। अन्य परियोजनाओं पर भी तेजी से कार्य चल रहा है। वर्ष 2014-15 से 2019-20 के मध्य नई रेल लाइन दोहरीकरण और आमान परिवर्तन से जुड़ी 775 किलोमीटर लंबी रेल परियोजनाओं का कार्य पूरा किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 02:38 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 06:12 AM (IST)
775 किमी लंबी नई लाइन दोहरीकरण आमान परिवर्तन का कार्य पूरा
775 किमी लंबी नई लाइन दोहरीकरण आमान परिवर्तन का कार्य पूरा

मुजफ्फरपुर । रेलवे ने कई लाइनों का निर्माण, दोहरीकरण, विद्युतीकरण व आमान परिवर्तन के काम को पूरा किया है। इसमें विशेषकर वर्ष 2014 से 2020 तक यात्री सुविधाओं से जुड़ी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं हैं। अन्य परियोजनाओं पर भी तेजी से कार्य चल रहा है। वर्ष 2014-15 से 2019-20 के मध्य नई रेल लाइन, दोहरीकरण और आमान परिवर्तन से जुड़ी 775 किलोमीटर लंबी रेल परियोजनाओं का कार्य पूरा किया गया। 2019-20 में 203 किलोमीटर नई लाइन, दोहरीकरण तथा आमान परिवर्तन किया गया। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि नई लाइन परियोजनाओं में जमालपुर-मुंगेर (आठ किमी), दनियांवा-बिहारशरीफ (38 किमी), रेल-सह-सड़क पुल पटना व मुंगेर (49 किमी), चंदन-बांका (40 किमी), बिरौल-हरनगर (आठ किमी), महाराजगंज-मशरख (36 किमी), वैशाली-घोसवर (30 किमी), इस्लामपुर-नटेसर (21 किमी) सहित अन्य नई रेल लाइन परियोजनाएं पूरी हुई हैं। इसी तरह दोहरीकरण परियोजना में मुख्य रूप से हाजीपुर-सोनपुर (5.5 किमी), हाजीपुर-घोसवर (5.5 किमी), पीरपैंती-कंहलगांव (21 किमी), हाजीपुर-रामदयालुनगर (मुजफ्फरपुर) (47 किमी), बाढ़-बख्तियारपुर तीसरी लाइन (14 किमी) सहित अन्य दोहरीकरण परियोजनाओं को कार्य पूरा किया गया है। आमान परिवर्तन कार्य में 143 किलोमीटर लंबे मानसी-सहरसा (सहरसा-दौरभ-मधेपुरा-पूर्णिया सहित) मुख्य परियोजना पर कार्य किया गया। इसमें प्रथम चरण में 20 किलोमीटर लंबे मुरलीगंज-बनमंखीऔर द्वितीय चरण में 37 किलोमीटर लंबे बनमंखी-पूर्णिया आमान परिवर्तन का कार्य किया गया। इसी तरह छपरा-मशरख (42 किमी), मशरख-थावे (64 किमी), छपरा-खैरा रेलखंड का आमान परिवर्तन पूरा किया गया। सहरसा-गढ़बड़ुआरी (16 किमी), सकरी-मंडन मिश्रा हॉल्ट (11 किमी), बनमंखी- बड़हाकोठी (16 किमी) रेलखंड को छोटी लाइन से बड़ी लाइन में परिवर्तित किया गया। इसी क्रम में करीब 207 किलोमीटर लंबे सकरी-निर्मली एवं झंझारपुर- लौकहाबाजार तथा सहरसा- फारबिसगंज आमान परिवर्तन परियोजना के तहत मंडन मिश्रा हॉल्ट-झंझारपुर (16 किमी), गढ़बड़ुआरी-सुपौल (11 किमी), सुपौल-सरायगढ़ (25 किमी) और झंझारपुर-तमुरिया (नौ किमी) का आमान परिवर्तन कार्य पूरा किया गया है।

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