मुजफ्फरपुर में कोरोना की तीसरी लहर को 730 बेड चिह्नित

एसकेएमसीएच में तीन आक्सीजन प्लांट बनाने का काम अंतिम चरण में है। वहीं सदर अस्पताल में दो आक्सीजन प्लांट तैयार हैं। जिले में 16 पीएचसी हैं। जनसंख्या के हिसाब से एक पीएचसी पर तीन लाख की आबादी के स्वास्थ्य की देखरेख की जिम्मेदारी है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 08:42 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 08:42 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में कोरोना की तीसरी लहर को 730 बेड चिह्नित
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, दिए गए हैैं कई निर्देश।

मुजफ्फरपुर, [अमरेन्द्र तिवारी]। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। कई तरह के निर्देश दिए गए हैं। इस नए वैरिएंट के जरिए कोरोना की तीसरी लहर न आ जाए इसे लेकर सावधानी बरती जा रही है। दूसरी लहर में मरीजों की संख्या बढऩे पर जिस तरह उपचार के संसाधनों की कमी सामने आई थी, उसे लेकर तैयारी का निर्देश दिया गया है। एसकेएमसीएच में तीन आक्सीजन प्लांट बनाने का काम अंतिम चरण में है। वहीं, सदर अस्पताल में दो आक्सीजन प्लांट तैयार हैं। जिले में 16 पीएचसी हैं। जनसंख्या के हिसाब से एक पीएचसी पर तीन लाख की आबादी के स्वास्थ्य की देखरेख की जिम्मेदारी है। 

ओमिक्रोन को लेकर ये चल रही तैयारी

सिविल सर्जन ने बताया कि प्रतिदिन छह हजार कोरोना की जांच हो रही है। वहीं, तीसरी लहर को लेकर 730 बेडों की तैयारी की गई है। इसमें एसकेएमसीएच में 200, बिहार स्कूल परीक्षा समिति में 220, मातृ शिशु सदन में 100, ग्लोकल हास्पिटल में 60 और पीएचसी स्तर पर 10-10 बेडों को रिजर्व रखा गया है। सीएस ने कहा कि अभी मरीज नहीं हैं, लेकिन पिछली लहर को देखते हुए हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है। साथ ही कांटी व पारू में आक्सीजन प्लांट लगाने की योजना पर काम चल रहा है। जिले में 447 बड़े व 337 छोटे सिलेंडरों के साथ 261 आक्सीजन कंसंट्रेटर तैयार रखे गए हैं। हर पीएचसी से तीन मेडिकल अधिकारी, तीन जीएनएम व नौ एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया है।

एसकेएमसीएच में ये चल रही तैयारी

एसकेएमसीएच में पिछली लहर को देखते हुए इस बार अभी से तैयारी की गई है। अधीक्षक डा.बीएस झा ने बताया कि उनके यहां एक हजार बेड की व्यवस्था है। अभी 220 सामान्य और 60 बेड आइसीयू के लिए चिह्नित किए गए हैैं। वहीं, 80 वेंटिलेटर का इंतजाम है। 26 लैब टेक्नीशियन, एक बायोमेडिकल इंजीनियर व दो वेंटिलेटर सहायक अभी सेवा दे रहे हैं। आगे मरीजों की संख्या के हिसाब से इंतजाम रहेगा। कालेज से लेकर अस्पताल तक 304 चिकित्सक अपनी सेवा दे रहे हैं। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर हर स्तर पर तैयारी है। अभी जिले में एक भी मरीज नहीं है। मरीज आएंगे तो पीएचसी से मेडिकल कालेज तक उपचार का इंतजाम रहेगा।

जिले में इन पर स्वास्थ्य की जिम्मेदारी

पद स्वीकृत कार्यरत

एलोपैथ चिकित्सक--379--252

विशेषज्ञ चिकित्सक ---54----16

आयुष चिकित्सक --10---06

दंत चिकित्सक--17--15

ए ग्रेड नर्स--246---107

एएनएम---861----714

लैब टेक्नीशियन--164--47

फार्मासिस्ट---103---24

ड्रेसर---83----05

हेल्थ एडुकेटर--83--31

आशा----4510---4222

ममता---154---144 

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