स्नातक पार्ट टू के 5500 छात्रों को ग्रेस अंक देकर किया गया पास

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से चार दिन पूर्व जारी स्नातक पार्ट टू के परीक्षा परिणाम में 5500 छात्रों को एमआइएल पेपर में ग्रेस अंक देकर पास कराया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 01:31 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 01:31 AM (IST)
स्नातक पार्ट टू के 5500 छात्रों को ग्रेस अंक देकर किया गया पास
स्नातक पार्ट टू के 5500 छात्रों को ग्रेस अंक देकर किया गया पास

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से चार दिन पूर्व जारी स्नातक पार्ट टू के परीक्षा परिणाम में 5500 छात्रों को एमआइएल पेपर में ग्रेस अंक देकर पास कराया गया है। इस कारण इन छात्रों के एमआइएल पेपर में एक समान अंक हो गए हैं। कई छात्र संगठनों की ओर से इसपर सवाल उठाया गया। कहा गया कि विवि की ओर से परिणाम में घालमेल किया गया है। इधर, परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने बताया कि ग्रेस देने के नियम को इसबार परीक्षा बोर्ड की बैठक से पास कराया गया था। इसके आधार पर करीब साढ़े पांच हजार छात्र-छात्राओं को एमआइएल पेपर में चार से छह अंक तक ग्रेस देकर पास कराया गया है। जिन छात्र-छात्राओं को उत्तीर्णता के लिए निर्धारित अंक से दो से छह अंक तक कम हो रहे थे। उन्हें ग्रेस देकर उत्तीर्ण कर दिया गया है। यह सिर्फ उत्तीर्णता के लिए दिया गया है इसे प्रतिशत में नहीं जोड़ा जाएगा। बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण विलंब हो जाने पर इसबार विवि की ओर से एमआइएल पेपर की परीक्षा ओएमआर शीट पर ली गई थी। इसमें वस्तुनिष्ठ सवाल पूछे गए थे। स्नातक पार्ट टू की परीक्षा में कुल 65 हजार छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया था। इसमें से तीन फीसद परिणाम पेंडिग रह जाने की बात विवि की ओर से कही गई है।

सीट से कम नामांकन पर पीटीईसी पोखरैरा के प्राचार्य से जवाब तलब

डीएलएड के पिछले सत्र में सीट से कम नामांकन होने पर शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक ने संबंधित संस्थानों के प्राचार्य से जवाब तलब किया है। इसमें पोखरैरा स्थित प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय के प्राचार्य भी शामिल हैं। तीन महीने तक नामांकन की प्रक्रिया चलने के बाद भी सीट नहीं भरने पर विभाग ने पोखरैरा समेत सूबे के 18 कॉलेजों की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। बता दें कि सरकारी कॉलेजों में डीएलएड में नामांकन के लिए छात्रों की लंबी कतार रहती है। पोखरैरा में 250 सीटें इस कोर्स के लिए निर्धारित हैं। इसके लिए तीन महीने तक नामांकन की प्रक्रिया चलाई गई। अब भी सीट खाली हैं। प्राचार्य ने बताया कि सोमवार को बचे हुए सीटों पर नामांकन के लिए छठी मेधा सूची जारी की जाएगी। इधर, विभाग की ओर से एक सप्ताह के भीतर इसे पूरा कर रिपोर्ट भेजने को कहा है। ऐसा नहीं करने की स्थिति में कार्रवाई की बात कही गई है। बता दें कि यहां सीट से 10 गुणा अधिक छात्र-छात्राओं ने डीएलएड सत्र 2020-22 में नामांकन के लिए आवेदन दिया था।

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