VTR : गंडक की बाढ़ में बह गए कई वन्य प्राणी, हिरण-तेंदुआ सहित 350 बचाए गए

VTR ग्रामीणों के सहयोग से वीटीआर प्रशासन ने हिरण और तेंदुआ सहित 350 वन्य प्राणियों को बचाया। तेज धारा में कई बह गए। कई की मौत हुई।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 07:51 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 07:51 PM (IST)
VTR : गंडक की बाढ़ में बह गए कई वन्य प्राणी, हिरण-तेंदुआ सहित 350 बचाए गए
VTR : गंडक की बाढ़ में बह गए कई वन्य प्राणी, हिरण-तेंदुआ सहित 350 बचाए गए

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। VTR : हाल में गंडक में आई बाढ़ से वीटीआर (वाल्मीकि टाइगर रिजर्व) के बहुत से वन्य प्राणी प्रभावित हुए। तेज धारा में कई बह गए। कई की मौत हुई। वीटीआर प्रशासन ने हिरण और तेंदुआ सहित 350 वन्य प्राणियों को बचाया।

बाढ़ के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी

वीटीआर प्रशासन हर साल बाढ़ के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी करता है। लोगों से वन्य प्राणियों को बचाने की अपील करता है। मानसून के दौरान निगरानी रखने के साथ नाव से गश्ती भी की जाती है। लेकिन, पिछले दिनों गंडक में उफान ने वीटीआर में कहर ढाया। बड़ी संख्या में हिरण, अजगर व घडिय़ाल सहित अन्य वन्य प्राणी बहकर जिले के योगापट्टी, नौतन, बैरिया प्रखंड के दियारा के अलावा पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सारण, सोनपुर के दियारा तक पहुंच गए। बाढ़ में बहे एक तेंदुआ, 16 घडिय़ाल, 268 हिरण, 30 अजगर और 35 अन्य जीव-जंतुओं को बचाया गया। अधिकतर को बचाने में ग्रामीणों ने सहयोग किया।

30 हिरण जख्मी हुए

बाढ़ में बहे आधा दर्जन घडिय़ालों ने योगापट्टी के दियारा के नदी-नालों में बसेरा बनाया है। यहां के अशोक यादव व मदन मुखिया ने बताया कि बाढ़ में हर साल बहकर वन्य प्राणी यहां आ जाते हैं। घडिय़ालों के संबंध में वीटीआर प्रशासन को सूचना दी गई है। वीटीआर के क्षेत्र निदेशक एचके राय के अनुसार बाढ़ से दो दर्जन हिरणों की मौत हो गई। 30 जख्मी हुए जिनका इलाज उदयपुर संरक्षित क्षेत्र में किया गया। बाद में उन्हें जंगल में छोड़ दिया गया।

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