Delhi Anaz Mandi Fire : 11 युवकों के शव समस्तीपुर पहुंचते ही चीत्कार कर उठे स्वजन

Delhi Anaz Mandi Fire दिल्ली से सड़क मार्ग से अलग-अलग एंबुलेंस में लाए गए शव। गांव में एंबुलेंस के पहुंचते ही मचा कोहराम।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 01:33 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 01:33 PM (IST)
Delhi Anaz Mandi Fire : 11 युवकों के शव समस्तीपुर पहुंचते ही चीत्कार कर उठे स्वजन
Delhi Anaz Mandi Fire : 11 युवकों के शव समस्तीपुर पहुंचते ही चीत्कार कर उठे स्वजन

समस्तीपुर, जेएनएन। Delhi Anaz Mandi Fire में सिंघिया प्रखंड के हरिपुर और ब्रह्मपुर के कुल 11 युवक मारे गए थे। उनके शव आधी रात के बाद यहां लाए गए। दोनों गांवों में अलग-अलग एंबुलेंस से शवों को लाया गया। इसके बाद दोनों गांवों में कोहराम मच गया। अलसुबह पड़ोसी और रिश्तेदारों का आना शुरू हो गया। स्वजनों के चीत्कार से इलाका दहल गया। इधर, सूचना मिलते ही स्थानीय प्रतिनिधि भी पहुंचे। दोनों गांवों में शवों को दफनाने के प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 

दो जवान बेटों की मौत से बिखर गया उल्फत का परिवार

 घर-परिवार चलाने की मजबूरी में घर से दूर हुए दो बेटे। अब जीवन से दूर हो गए। कौन देखेगा परिवार, कैसे कटेगा जीवन। हरिपुर के मो. उल्फत आज इसी ङ्क्षचता में डूबे हैं। दिल्ली अग्निकांड में उनके दो बेटे मो. साजिद और मो. वाजिद की मौत हो गई है। साजिद की उम्र 22 साल थी। वह दो बच्चों का पिता था। मो. उल्फत बताते हैं कि दोनों बेटे परिवार को संभालने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे थे। एक-एक रुपये जोड़कर घर भेजते थे। जिससे कि हमारा जीवन बेहतर ढंग से चल सके। लेकिन, हमारे ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। दो जवान बेटे छोड़कर चले गए। पूरा परिवार बिखर गया।

ईंट-भट्ठा पर काम करते हैं उल्फत

उल्फत बताते हैं कि उनके दोनों बेटे जरूर कमाते थे। लेकिन, परिवार चलाने में उनका भी सहयोग रहता था। वे कभी बेटों पर बोझ नहीं बने। वे पास के ही गांव में ईंट-भ_े पर काम करते हैं। वहां से जो कुछ मिल जाता, वह परिवार की रोटी-दाल में सहायक हो जाता था।

भतीजे अताबुल की भी हो गई मौत

उल्फत के परिवार पर अग्निकांड चौरफा कहर बरपा रहा। उनके 18 वर्षीय भतीजे अताबुल की भी मौत जलकर हो गई। अताबुल मो. हसन का बेटा था। वह भी साजिद और वाजिद के साथ रहककर काम करता था। हादसे के दिन तीनों एक ही साथ खाना खाकर सोए थे। 

मृतकों की सूची

हरिपुर गांव से मृतकों के नाम

1. मो. छेदी, (19), पिता-मो. मोती

2. मो. नौशाद, (22), पिता-मो. फारूक

3. मो. साजिद (25), पिता-मो. उल्फत

4. मो. वाजिद (25), पिता-मो. उल्फत

5. सदरे आलम (25), पिता-मो. मंसूर

6. मन्नान (18) पिता- मो. आलम

7. मो. साजिद (21) पिता-मो. मोकिम 

8. मो. अकबर, (19) पिता- रज्जाक

9. अताबुल, (18) पिता-मो. हसन

ब्रह्मपुरा के मृत

1. मो. महबूब (17) पिता- मो. इदरीश

2. मो. सहमत (18), पिता-मो. ऐनुल

बेलाही के मृत

1. मो. एहसान (14), पिता-मो. हासिम

2. मो. खालिद (14), पिता-मो. शब्बीर 

 
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