डीएमसीएच के 10 विभागों में नामांकन पर मंडराने लगा संकट, बताया जा रहा यह कारण

दो महीने में दरभंगा मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों से सेवानिवृत हो जाएंगे डेढ़ दर्जन चिकित्सक। चिकित्सकों की सेवानिवृति के बाद घट जाएगी प्राध्यापक व सह प्राध्यापक की संख्या। एमसीआइ ने छात्र-छात्राओं के अनुपात में प्राध्यपकों को रखे जाने को लेकर खड़े कर रखे हैं सवाल।

By Vinay PankajEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 01:34 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 01:34 PM (IST)
डीएमसीएच के 10 विभागों में नामांकन पर मंडराने लगा संकट, बताया जा रहा यह कारण
दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का प्रशासनिक भवन

दरभंगा,जेएनएन। दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के 10 विभागों में छात्र-छात्राओं के लिए वर्ग संचालन पर वरीय चिकित्सकों की कमी का संकट गहराने लगा है। आनेवाले दो महीनों में यहां के दस विभागों से करीब डेढ़ दर्जन से अधिक वरीय चिकित्सक सेवानिवृत हो जाएंगे। इसी के साथ यहां प्राध्यापक व सह प्राध्यापकों की कमी हो जाएगी। यह कमी विभागों के संचालन पर बड़ा संकट खड़ा कर सकती हैं। इस कारण से यहां होनेवाले नामांकन के वक्त सीटों की संख्या घट जाएगी।

बताते हैं कि सेवानिवृत हो रहे चिकित्सकों की जगह यहां पदस्थापित पात्र चिकित्सकों में से किसी को प्रोन्नति नहीं मिली है। ऐसे में जरूरी है कि खाली होनेेवाले पदों पर तत्काल बहाली कर ली जाए। यदि ऐसा नहीं हो पाता है तो मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मानक पर संबंधित विभाग खरे नहीं उतरेंगे और पीजी व एमबीबीएस कर रहे छात्र-छात्राओं को पढ़ाई पूरी करने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही नामांकन लेना भी मुश्किल होगा। हालांकि, इससे उबरने के लिए प्राचार्य ने सरकार को सूचना भेजने की तैयारी कर ली है। बताया गया है कि इस सिलसिले में सरकार से शीघ्र पत्राचार कर आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

कई विभागों की मान्यता पर पहले से ही लटक रही है तलवार

विभागीय सूत्र बताते हैं कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) के मानक पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के कई विभागों पर पहले से ही मान्यता की तलवार लटकी है। प्राध्यापकों की कमी को लेकर एमसीआइ कई वार डीएमसीएच प्रशासन को अपनी आपत्ति से अवगत करा चुकी है। ताजा स्थिति यह बन आई है कि यदि जनवरी तक विभागीय स्तर पर प्राध्यापकों की बहाली नहीं की गई तो यहां के फिजियोलॉजी , पैथोलॉजी , एनाटॉमी, फार्माकॉलोजी, पीएसएम, माईका्रोबायोलॉजी, मेडिसीन, सर्जरी, एफएमटी और स्त्री एवं प्रसुति विभाग के संचालन पर संकट गहराने लगा है। इन विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, सह प्राध्यापक समेत अन्य पदों के चिकित्सक सेवानिवृत होने जा रहे हैं।

बड़ी संख्या में लोगों को मिलनी है प्रोन्नति

बताते हैं कि सेवानिवृति के बाद कई विभागों में विभागाध्यक्ष के पद रिक्त होंगे। इसके अलावा कई विभागों के अन्य पदों पर भी रिक्ति होगी। अधिकांश विभागों में स्थाई चिकित्सकों की भी भारी कमी होगी। बताते हैं कि यहां कई चिकित्सक ऐसे हैं जो, कई सालों से प्रोन्नति के इंतजार में हैं। लेकिन, उन्हेंं प्रोन्नति नहीं मिली है। एमसीआई ने सभी विभागों में छात्रों की संख्या के हिसाब से चिकित्सकों की संख्या तय कर दी है। लेकिन, जनवरी के बाद यहीं स्थिति रही तो छात्रों की संख्या के मुताबिक पढ़ानेवाले शिक्षकों का काफी अभाव हो जाएगा। बता दें कि इस मेडिकल कॉलेज में हर साल पीजी कोर्स में 150 और एमबीबीएस डिग्री कोर्स में 120 सीटों पर नामांकन होता है। ऐसे में चिकित्सकों की बहाली या प्रोन्नति बेहद जरूरी है।

इस संबंध में दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के प्राचार्य डॉ. एचएन झा का कहना है कि जनवरी 2021 तक कई विभागों के वरीय चिकित्सक सेवानिवृत होंगे। इस कारण से कई विभागों में प्राध्यापक समेत अन्य पद खाली हो जाएंगे। इसकी सूचना सरकार को भेजी गई है। ताकि, समय रहते इस सिलसिले में आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। आनेवाले संकट को समय से पहले टाला जा सके।

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