यूनियन के संघर्ष के बावजूद कारखाना में जारी है आउटसोर्सिंग

मुंगेर । रेल निजीकरण सहित आउटसोर्सिंग के सवाल पर कारखाने के विभिन्न श्रमिक संगठनों द्वारा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 09:41 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 05:13 AM (IST)
यूनियन के संघर्ष के बावजूद कारखाना में जारी है आउटसोर्सिंग
यूनियन के संघर्ष के बावजूद कारखाना में जारी है आउटसोर्सिंग

मुंगेर । रेल निजीकरण सहित आउटसोर्सिंग के सवाल पर कारखाने के विभिन्न श्रमिक संगठनों द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा है। इसके बावजूद जमालपुर कारखाना में आउटसोर्सिंग के जरिये समान मंगवाए जा रहे हैं। जिससे यूनियन नेताओं एवं अप्रेंटिस कर्मियों में कारखाना प्रशासन के प्रति नाराजगी व्याप्त है।

ऑल इंडिया रेलवे एक्ट अप्रेंटिस एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंदन पासवान ने कहा कि एक ओर कहा जा रहा है कि भारतीय रेलवे घाटा में चल रही है, तो फिर रेलवे आउटसोर्सिंग बंद क्यों नहीं करती है। कारखाना के रेलकर्मी सभी तरह के पार्ट-पुर्जे बनाने में सक्षम हैं। इतना ही नहीं 50 हजार एक्ट अप्रेंटिस कर्मी एक साल तक रेलवे को निश्शुल्क सेवा देने के लिए तैयार हैं, तो रेल प्रशासन सकारात्मक पहल नहीं कर रही है। आउटसोर्सिंग के जरिये रेलवे कर्मियों एवं एक्ट अप्रेंटिस के कौशल का अपमान कर रही है। --------------

निजीकरण के खिलाफ कारखाना प्रशासन के समक्ष प्रदर्शन आज

संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) : रेल निजीकरण एवं निगमीकरण के विरुद्ध गठित सेंट्रल एकता कमेटी की ओर से 24 सितंबर को कारखाने में विद्युत इंजन पीओएच एवं एक्ट अप्रेंटिस की नियुक्ति के सवाल पर सीडब्ल्यूएम के समक्ष मेंस यूनियन एवं एससी एसटी एसोसिएशन संयुक्त रुप से प्रदर्शन करेगा जिसकी तैयारी यूनियन नेताओं ने पूरी कर ली है। इसकी जानकारी जोनल कार्यकारी अध्यक्ष ने दी।

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