कश्मीर की घटना के बाद दहशत में स्वजन, पुत्र के लौटने का इंतजार
मुंगेर । जम्मू-कश्मीर में बिहारी श्रमिकों के साथ हो रही घटना के बाद जिले के बरियापुर प्रख
मुंगेर । जम्मू-कश्मीर में बिहारी श्रमिकों के साथ हो रही घटना के बाद जिले के बरियापुर प्रखंड स्थित नया छावनी गांव में भी सन्नाटा पसरा है। इस गांव का बेटा निशांत राज भी श्रीनगर में रहकर रोजगार कर रहा है। घर की हालत ठीक नहीं होने के कारण निशांत राज चार वर्ष पहले श्रीनगर गया था। वहां वह टेलरिग का काम कर रहा है। घटना के बाद स्वजन बेटे को घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं। दो दिन पहले निशांत की घर पर बात हुई है, वह पूरी तरह सुरक्षित है, दिसंबर में वह घर पहुंचेगा। निशांत घर वापस भी लौटने के लिए फ्लाइट का टिकट भी बुक करा लिया है। निशांत के पिता घनश्याम तांती ने बताया कि अखबारों तथा टीवी के माध्यम से श्रीनगर के हालात के बारे में जानकारी मिली है। उन्होंने पुत्र को वापस अपने घर लौट आने को कहा है। ----------------------------------- डरे सहमे हैं स्वजन, ईश्वर से कर रहे प्रार्थना कश्मीर के हालात को देखते हुए उनके स्वजन काफी डरे सहमे हुए हैं। हर दिन भगवान से अपने पुत्र के कुशलक्षेम की प्रार्थना कर रहे हैं। निशांत राज ने फोन पर बताया कि श्रीनगर के आसपास के जिलों में आतंकी बिहारी श्रमिकों की हत्या कर रहे हैं। जिस कारण यहां रहने वाले बिहारी श्रमिक दहशत में हैं। निशांत को श्रीनगर में हर माह 18 से 20 हजार की आमदनी होती है। ---------------------------- काम नहीं मिला तो चला गया जम्मू-कश्मीर निशांत ने बताया कि वह अपने घर पर भी रह कर टेलरिग का काम कर सकता था, लेकिन यहां आमद काफी कम थी। काम भी नहीं था, ऐसे में दूर जाना पड़ा। निशांत ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में इस काम में ज्यादा मुनाफा नहीं होता है तथा घर की आर्थिक स्थिति भी काफी खराब थी। चार वर्षों से श्रीनगर में कर रहे हैं। वर्ष में एक बार घर जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिस जगह वह रह रहा है वहां की स्थिति सामान्य है, लेकिन लोग दहशत में हैं। फ्लाइट की टिकट मिल जाती तो वह और पहले ही घर चला आता। ---------------------------------------- कुछ दिन पहले लौट आया सन्नी कश्मीर में नयाछावनी गांव के स्व. अनिल तांती का पुत्र सन्नी कुमार कश्मीर के बिगड़ते हालात को देखकर कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर से घर वापस लौटा है। सन्नी ने बताया कि घटना के बाद दहशत है। बिहार के लोग जिस जगह काम करते हैं वे कम ही घरों से बाहर निकलते हैं। मजदूर भय से पलायन कर रहे हैं। दो सप्ताह पहले हुए हत्या की घटना के बाद सन्नी टेलरिग का काम छोड़कर घर चला आया। अब वहां से जो पूंजी बचाकर लाने हैं उससे अब अपने ही गांव या शहर में काम शुरू करने की तैयारी कर रहा है।