अस्पताल में छत से टपक रहा पानी, मरीजों की बढ़ी परेशानी

मुंगेर । सदर अस्पताल में मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। दो दिनों से हुई बारिश की वज

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:34 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:34 PM (IST)
अस्पताल में छत से टपक रहा पानी, मरीजों की बढ़ी परेशानी
अस्पताल में छत से टपक रहा पानी, मरीजों की बढ़ी परेशानी

मुंगेर । सदर अस्पताल में मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। दो दिनों से हुई बारिश की वजह से पानी सीधा बेड पर टपक रहा है। ऐसे में मरीज बेड पर बर्तन रखकर काम चला रहे हैं। अस्पताल के कुछ वार्डों की स्थिति कुछ इसी तरह है। अस्पताल भवन जर्जर होने से सभी को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या पुरुष वार्ड के मेडिकल और सर्जीकल में है। महिला वार्ड की भी हालत कुछ सही नहीं है। बारिश के बाद अस्पताल परिसर में पानी फैलने के कारण इलाज के लिए पहुंचे मरीजों के लिए खड़ा रहना भी मुश्किल होता है। सदर अस्पताल परिसर के इमरजेंसी के समीप दवा वितरण केंद्र में शेड लगाया गया है, वह शेड कई जगहों पर जर्जर हो गया है। महिला वार्ड के समीप निबधन काउंटर का हाल कुछ ऐसा ही है शेड क्षतिग्रस्त होने से महिलाओ को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

------------------------

हाल के वर्षों में हुआ मरम्मत

भवन प्रमंडल विभाग की ओर से सदर अस्पताल के पुरुष वार्ड की छत का मरम्मत का कार्य करीब तीन वर्ष पहले हुआ था। कुछ माह ठीक रहा, इसके बाद तेज बारिश होने से छत से पानी का रिसाव वार्ड में होने लगता है। ऐसे में मरीज रतजगा कर समय काटने को मजबूर हैं। मरीज बारिश के पानी बचाव को लेकर बाल्टी से लेकर स्टील के बर्तन रख रहे हैं।

---------------------------

मजबूर हैं स्वजन, दवाइयां नहीं

बारिश के अलावा यहां आने वाले मरीज के स्वजन दवाइयों को लेकर भी परेशान हैं। सदर अस्पताल में कई दवाओं का टोटा है। मरीजों को इंजेक्शन, जाइलोकेन जेली, ओएंटमेंट सिलवरी, सिरींज, एमोक्सीसिलिन इंजेक्शन, एट्रोपाइन सेफीजाइम, डाइक्लोमाइन, ओफलोक्सासीन, बीटामीन बी सहित 77 प्रकार की दवा ओपीडी में उपलब्ध नहीं है। जबकि इमरजेंसी वार्ड में 37 प्राकर की दवा में 32 प्राकार की दवा ही है।

----------------------------

कोट :

-सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डो में बारिश का पानी छत से टपक रहा है, इस कारण मरीजों को परेशानी हो रही है। शीघ्र ही बीएमआइसीएल की ओर से क्षतिग्रसत भवन के छतों का मरम्मत कराया जाएगा।

डा. हरेन्द्र कुमार आलोक, सिविल सर्जन, मुंगेर

chat bot
आपका साथी