संभावित बाढ़ आपदा से निपटने की तैयारी शुरू
मुंगेर। जिले में बाढ़ व आपदा प्रभावित इलाकों में संभावित खतरों से बचाव के साथ-साथ कोरोना की
मुंगेर। जिले में बाढ़ व आपदा प्रभावित इलाकों में संभावित खतरों से बचाव के साथ-साथ कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने की योजना तैयार की गई है।
जिले की 101 पंचायत में 33 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे इलाकों में कोरोना जांच एवं वैक्सीनेशन के लिए अलग से टीम का गठन करने जा रही है। इस कार्य में आशा, ममता, आगनबाड़ी सेविका और एएनएम को लगाया जाएगा।
कटाव रोधी कार्य के नाम पर हर साल खर्च होते हैं लाखों रुपये
सदर पखंड के 13 में सात पंचायत कुतलूपुर, महुली पंचायत, जाफरनगर, टीकारामपुर, तारापुर दियारा, मिर्जापुर बरदह, शंकरपुर बाढ़ प्रभावित हैं। वहीं, बरियारपुर के दस पंचायत में दसों पंचायत में बाढ़ प्रभावित हैं। वहीं, खड़गपुर, असरगंज, तारापुर और जमालपुर के भी कई पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं। गंगा के तटवर्ती इलाके के पंचायतों को गंगा कटाव से बचाने के लिए प्रत्येक वर्ष कटाव निरोधक कार्य कराए जाते हैं। इसके बावजूद बाढ़ बरसात के समय गंगा कटाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कोट जिला के सभी बाढ़ प्राभावित इलाकों में कोरोना जांच एवं वैक्सीनेशन कार्य के लिए टीम का गठन किया जा रहा है। इस कार्य के लिए सभी पीएचसी , हेल्थ वेलनेस सेंटर, एएनएम, आगनबाड़ी सेविका व सहायिका, आशा को लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। -डॉ. हरेंद्र कुमार आलोक, सिविल सर्जन, मुंगेर बाढ़ व आपदा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा टीम का गठन किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में कोरोना जांच और वैक्सीनेशन के कार्य में सहयोग किया जाएगा। वहीं, अत्यधिक बाढ़ प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों तक सहायता कैसे पहुंचे, इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया जाएगा। संभावित बाढ़ आपदा से निपटने के लिए आवश्यक तैयारी की जा रही है। -राजीव कुमार, प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन