सरकारी पौधशाला के पौधे से प्रमंडल में आएगी हरियाली
मुंगेर । वन प्रमंडल की बगिया (पौधशाला) में लगे पौधे से मुंगेर प्रमंडल के सभी जिलों में हरियाली
मुंगेर । वन प्रमंडल की बगिया (पौधशाला) में लगे पौधे से मुंगेर प्रमंडल के सभी जिलों में हरियाली दिख रही है। पर्यावरण हरा-भरा हो रहा है। वातावरण पर इसका प्रतिकुल असर भी दिख रहा है। सरकार के जल जीवन हरियाली को मुकाम तक पहुंचाने के लिए वन प्रमंडल मुंगेर की ओर से जमालपुर के अमझर कोलकाली में पांच हेक्टेयर में पौधे तैयार किए जा रहे हैं। यहां 70 तरह के पौधे तैयार हो रहे हैं। यहां से प्रमंडल के जिलों के अलावा आम लोग भी पौधे ले रहे हैं। सरकारी योजनाओं में पौधारोपण के लिए पौधे निश्शुल्क दिए जा रहे हैं। जबकि आम लोगों को 10 रुपये में पौधा उपलब्ध कराया जा रहा है। इस नर्सरी में हर दिन दर्जनों मजदूरों को रोजगार मिल रहा है। रेंजर विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि विश्व पृथ्वी दिवस तक न सिर्फ लक्ष्य को पूरा करेंगे बल्कि इससे आगे निकलने का प्रयास रहेगा। सागवान, शीशम, कटहल, बरगद, नीम, आम, पाकर, सीता, गुल्लर, बरहर, बांस, शीशा, आमला, सेमल, कदम, खैर, अशोक,पेल्टोफॉर्म, जामुन,हरे,कचनार,अमरूद,मौलश्री सहित कई तरह के पौधे यहां उगाए जा रहे हैं। सरकार के मिशन पांच करोड़ को पूरा करने में का लक्ष्य वन प्रमंडल मुंगेर उठा रहा है। ---------------------------- बेरोजगार को मिल रहा रोजगार सरकार के जल जीवन हरियाली योजना को सबल व सशक्त बनाने में मुंगेर वन प्रमंडल का अहम योगदान है। इसके साथ ही बेरोजगार लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया जा रहा है। पांच हेक्येटर में बने पौधशाला में दर्जनों लोगों को रोजगार मिल रहा है। पौधशाला की देखरेख के लिए हर दिन लोग यहां रहते हैं। इसके एवज में उचित मेहनाता भी इन्हें मिलता है। मुंगेर प्रमंडल को 21 लाख 82 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है। इसमें 18 लाख से ज्यादा पौधारोपण का काम पूरा हो गया है। नौ अगस्त को विश्व पृथ्वी दिवस है ऐसे में इस लक्ष्य को पूरा करने करने के लिए ताकत झोंक दी है। ---------------------- लक्ष्य के अनुसार हो रहा काम : डीएफओ मुंगेर वन प्रमंडल के डीएफओ गौरव ओझा का कहना है कि सरकार की ओर से जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उसमें मुंगेर वन प्रमंडल का प्रदर्शन बेहतर है। पर्यावरण सुरक्षित व संतुलित रहे इसको लेकर घर-घर में पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। पांच हेक्टेयर में पौधशाला लगाया गया है। यहां से जिले के सरकारी योजनाओं के अलावा और आम लोगों के लिए पौधा उपलब्ध कराया जाता है।