स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना योग करना जरूरी : कुलपति

मुंगेर। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय कुलपति सह मुंगेर विश्वविद्यालय क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:58 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:58 PM (IST)
स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना योग करना जरूरी : कुलपति
स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना योग करना जरूरी : कुलपति

मुंगेर। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय कुलपति सह मुंगेर विश्वविद्यालय की प्रभारी कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि योग से शरीर स्वस्थ रहता है, और मन हमेशा प्रसन्नचित रहता है। स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना योग करना जरूरी है। इससे तन और मन नियंत्रित रहता है। शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है। योग रोग को भगाता है और शरीर को निरोग बनाए रखता है। कुलपति ने कहा कि योग हमारी धरोहर, संस्कृति और हेरिटेज है। वर्षों पूर्व में ही इसे ऋषि मुनियों ने अपनाया था। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से इसे हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में विश्व भर में मनाया जाने लगा है। पीएम ने संयुक्त राष्ट्र संघ में विश्वव्यापी योग दिवस मनाने को लेकर प्रस्ताव रखा था। जिसे यूएनओ में तकरीबन 177 देशों ने इस पर अपना समर्थन दिया था। तभी से प्रत्येक साल के 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 2015 से हुई थी। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना योग करें। इससे तनाव और अवसाद से भी मुक्ति मिलती है। साथ ही योगा से शरीर की इम्युनिटी भी बढ़ती है। मन और मस्तिष्क तरोताजा बना रहता है।

प्रो. गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय में योग को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए ट्रेनिग प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे। योग संस्थान से एमओयू भी किया जाएगा। छात्र-छात्राओं के अलावे एनएसएस के वॉलंटियर्स को विशेष रूप से योग के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने जन-जन तक योग को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षकों और छात्रों से प्रण लेने को कहा। उन्होंने कहा कि योग दिवस को लेकर जागरूकता कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की भी महती भूमिका होगी। उन्होंने नारा दिया कि यदि हम करेंगे योग तो रहेंगे निरोग। उन्होंने कहा कि वे खुद रोजाना सुबह में आधे घंटे योग करती हैं।

कुलपति ने कहा कि योग शरीर के लिए अहम है। आज योग की बहुत अधिक आवश्यकता हो गई है। योग के माध्यम से तन और मन को स्वस्थ रखा जा सकता है। खुद भी नियमित रूप से योग करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। भारत को एक स्वस्थ देश के रूप में स्थापित करने में योग को बढ़ावा देने की जरूरत है।

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