फेसबुक ने बिछड़े स्वजनों को एक दूसरे से मिलाया
मुंगेर। आधुनिक युग में इंटरनेट मीडिया लोगों के लिए कई मायने में महत्वपूर्ण है। यह कभी-क
मुंगेर। आधुनिक युग में इंटरनेट मीडिया लोगों के लिए कई मायने में महत्वपूर्ण है। यह कभी-कभी बड़े काम भी कर जाती है। इंटरनेट मीडिया से संबंधित ऐसा ही एक रोचक मामला हेमजापुर ओपी क्षेत्र के चांद टोला गांव में देखने को मिला। फेसबुक ने बेगूसराय की भटकी हुई महिला को उनके स्वजनों से मिला दिया।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, बेगूसराय जिले के सौढ तरैया गांव निवासी सुरेंद्र साव की पत्नी पारिवारिक कलह से तंग आकर घर से निकल गई। बेगूसराय से मुंगेर के बीच चलने वाली ट्रेन पर भ्रमित होकर सवार हो गई। मुंगेर रेलवे स्टेशन उतरने के बाद वाहन चालकों ने उसे सवारी समझ कर अपने वाहन में बिठा लिया और हेमजापुर चांद टोला बजरंगबली मंदिर के समीप छोड़ दिया। स्थानीय ग्रामीणों ने उसकी दयनीय दशा देखकर उसे पनाह दी। भोजन पानी कराया और उसका पता ठिकाना पूछने की काफी कोशिश की, लेकिन उक्त महिला सही सही जवाब देने में असमर्थ रही। इसके बाद वीआइपी के जिला अध्यक्ष अरविद कुमार निषाद और पूर्व पंचायत समिति सदस्य रामअवतार महतो सहित चांद टोला के कुछ युवाओं ने उक्त महिला की तस्वीर फेसबुक पर डाल दी। इधर फेसबुक पर उक्त महिला की तस्वीर उजागर होते ही बेगूसराय के सुरेंद्र साव और वहां के वार्ड सदस्य संजय कुमार हेमजापुर गांव पहुंचे और अपनी स्वजन महिला को लेकर बेगूसराय रवाना हो गए। महिला के पति ने बताया कि उन्हें फेसबुक के माध्यम से पता चला कि उनकी पत्नी हेमजापुर में सुरक्षित है। इसके बाद वे अपनी पत्नी को साथ लेने के लिए हेमजापुर गांव की ओर रवाना हुए। उन्होंने पांच दिनों तक उनकी पत्नी को चांद टोला गांव में सुरक्षित रखने पर स्थानीय ग्रामीणों के प्रति आभार व्यक्त किया। वहीं हेमजापुर पुलिस ने बताया कि उक्त महिला को उनके स्वजनों को ग्रामीणों की उपस्थिति में सौंप दिया गया।