पर्यावरण संरक्षण के साथ आय का भी जुगाड़ कर रहे ग्रामीण

संवाद सूत्र बरियारपुर (मुंगेर) सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ पौधे लगाने का काम क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 07:55 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 07:55 PM (IST)
पर्यावरण संरक्षण के साथ आय का भी जुगाड़ कर रहे ग्रामीण
पर्यावरण संरक्षण के साथ आय का भी जुगाड़ कर रहे ग्रामीण

संवाद सूत्र, बरियारपुर (मुंगेर): सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ पौधे लगाने का काम कर रही है। साथ ही लोगों को भी अपने जमीन पर पेड़ लगा कर पर्यावरण को संतुलित करने के लिए प्रेरित कर रही है । जिसका साकारात्मक असर भी दिखने लगा है। किसान पर्यावरण संरक्षण एवं संतुलन के लिए जहां पौधे लगा रहे हैं वहीं इसके लिए अपने आय के साधन का भी जुगाड़ कर रहे हैं। प्रखंड में दर्जनों किसान महोगनी के पौधे लगाकर इस दिशा में काम कर रहे हैं। महोगनी के पौधों को किसानों के खेतों में देखा जा सकता है। कई किसानों ने बताया कि उनके जमीन में अच्छी फसल नहीं उगती थी। इसको लेकर वे लोग चितित रहते थे। लेकिन हमलोगों ने सोचा कि क्यों नहीं महोगनी के पौधे खेतों में लगा दिए जाए। जिससे कि पर्यावरण का संरक्षण भी हो सके। लंबी अवधि में यह पौधे आय के भी साधन उपलब्ध करा सकें ।

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पौधे लगा रहे कई किसान

किसान बाल्मिकी मंडल ने बताया कि उनके घर के पीछे एक कट्ठा जमीन थी। जिसमें कि किसी भी प्रकार की फसल नहीं लगती थी। उन्होंने निजी एजेंसी से महोगनी के पौधे खरीद कर अपने खेतों 300 पौधे लगाए हैं। अब पौधा बढ़कर पेड़ का रूप लेने लगे हैं। पौधों को बड़े वृक्ष बनते देख कर एक आत्मिक संतुष्टि मिलती है। इससे आगे चलकर जब महोगनी के पौधे बनकर तैयार हो जाएंगे। इससे अच्छी आमदनी होने की भी संभावना है । किसान रजनीकांत रमन, अभय कुमार सहित कई किसानों ने अपने अपने खेतों में इस प्रकार के पौधे लगाए हैं। किसान रजनीकांत रमन ने कहा कि उन्होंने खेत के मेड़ पर चारों ओर लगभग एक सौ महोगनी के पेड़ लगाए हैं, जो कि अब बढ़कर बहुत बड़े हो गए हैं। 10 साल के बाद यह वृक्ष तैयार हो जाएंगे। जिसके बाद इससे अच्छी आमदनी होने की संभावना है। इन लोगों का कहना है कि वे लोग अपने खेतों में गम्भार तथा अन्य कीमती पौधे लगाना चाहते हैं लेकिन गम्भार के वृक्ष नहीं मिल रहे हैं। जबकि आम तथा अन्य पौधे उनके खेतों में लहरा रहे हैं इससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है तथा उन लोगों को अच्छी आमदनी की भी संभावना है। आम के पौधों से उन लोगों को अच्छी आमदनी हो रही है। इन किसानों का कहना है कि अगर सरकार रियायती दर पर कीमती लकड़ी के पौधे उपलब्ध कराएं तो वेलोग अपने खेत के चारों ओर ऐसे वृक्ष लगाकर पर्यावरण के संतुलन के साथ-साथ आमदनी के भी स्त्रोत उत्पन्न कर सकते हैं।

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