जिले में 31 फीडर बन कर तैयार, हर खेत को शीघ्र मिलेगा पानी

फोटो 05 एमयूएन 28 व 29 - सिचाई व्यवस्था होगी सुदृढ़ तो फसल का बढ़ेगा उत्पादन संवाद सूत्र म

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 07:51 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 07:51 PM (IST)
जिले में 31 फीडर बन कर तैयार, हर खेत को शीघ्र मिलेगा पानी
जिले में 31 फीडर बन कर तैयार, हर खेत को शीघ्र मिलेगा पानी

फोटो : 05 एमयूएन 28 व 29

- सिचाई व्यवस्था होगी सुदृढ़ तो फसल का बढ़ेगा उत्पादन

संवाद सूत्र, मुंगेर : किसानों के लिए अलग कृषि फीडर भी बनाए जा रहे हैं। जिले में नौ प्रखंडों के किसानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए 31 फीडर बनकर तैयार हैं। जल्द ही हर खेत को सस्ता पानी उपलब्ध कराने की दिशा में यह सहायक होगा।

इन 31 फीडर पर विद्युत विभाग की ओर से 140 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। किसानों को सिचाई की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार के निर्देश पर बिजली विभाग द्वारा युद्धस्तर पर हर खेत तक बिजली के पोल व तार पहुंचाए जा रहे हैं। नौ प्रखंडों में बने 31 फीडरों की क्षमता में 11-11 केवीए है। विभाग द्वारा सरकारी नलकूप को इसी फीडर से जोड़कर चालू करने का काम शुरू कर दिया गया है।

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किसानों को बिजली का निश्शुल्क कनेक्शन

किसानों को सिचाई के लिए निश्शुल्क विद्युत कनेक्शन दिया जा रहा है। अबतक शिविर के माध्यम से करीब तीन हजार आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें 2600 किसानों को विद्युत कनेक्शन दिया जा चुका है। इसके अलावा किसान बिजली कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर कनेक्शन ले सकते हैं। विभागीय आंकड़े के अनुसार एक हजार से अधिक ऑनलाइन आवेदन आए हैं। इसमें 50 प्रतिशत से अधिक किसानों को कनेक्शन दिया जा चुका है।

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मार्च 2021 तक हर खेत तक पानी पहुंचाने की योजना का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान कार्य बाधित हुआ, अब किसान खेत में फसल लगा चुके हैं। इसके बाद भी विद्युत कर्मी काम कर रहे हैं । किसान खेत में पोल लगाने नहीं देते हैं, जबकि पोल खेतों की मेड़ पर लगाया जाता है। जिला में योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेवारी पी चंद्रा कंपनी को दिया गया है। बचे हुए कार्य के लिए 18 करोड़ की राशि फिर से स्वीकृत की गई है।

संतोष कुमार, कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग मुंगेर

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फसल का उत्पादन बढ़ेगा, तो किसान की आमदनी भी बढ़ेगी। जो किसान वर्षा पर ही आश्रित थे और साल में मात्र एक ही फसल अपने खेतों में लगा पाते थे। बिजली पहुंचने के बाद सिचाई की व्यवस्था बेहतर हो जाएगी। इसके बाद किसान एक साल में कई फसल अपनी खेतों में उपजा सकेंगे।

डॉ. विनोद कुमार, कृषि विज्ञानी, कृषि विज्ञान केंद्र, मुंगेर

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