छोटे उद्यमियों का बैंक ब्याज माफ किया जाना चाहिए : कृष्ण कुमार अग्रवाल
मुंगेर। फरवरी में प्रस्तुत होने वाले आम बजट से समाज के हर वर्ग के लोगों को आस है। व्यवसायी
मुंगेर। फरवरी में प्रस्तुत होने वाले आम बजट से समाज के हर वर्ग के लोगों को आस है। व्यवसायी और उद्यमियों की नजरें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर टिकी है। मुंगेर चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन ने व्यवसाय को पूरी तरह प्रभावित कर दिया। ऐसे में वित्त मंत्री से उम्मीद है कि छोटे बड़े उद्यमियों का ब्याज माफ कर दिया जाए। अगर ब्याज माफ करना संभव नहीं हो तो कम से कम आधा ब्याज माफ अवश्य कर देना चाहिए। इससे व्यवसायियों को बड़ी राहत मिलेगी। कोरोना संकट के बाद सरकार ने समाज के हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ किया। सिर्फ व्यवसायी वर्ग ही उपेक्षित रह गया। ऐसे में हमें उम्मीद है कि इस बार बजट में वित्त मंत्री व्यवसायियों की भी सुध लेंगे। व्यपारियों का बीमा किया जाना चाहिए। चैंबर अध्यक्ष ने कहा कि एक कर की परिकल्पना अभी तक चरितार्थ नहीं हो सकी है। व्यवसायियों से या तो जीएसटी लिया जाए या आयकर। जीएसटी और आयकर की दोहरी मार से व्यवसायी परेशान हैं। चैंबर अध्यक्ष ने कहा कि मुंगेर के संदंर्भ में खास महाल की समस्या समाप्त होनी चाहिए। मुंगेर में अधिकांश व्यवसायी खास महाल की जमीन पर व्यवसाय करते हैं। खास महाल की लीज की शर्तों के अनुसार व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए बैंकों से ऋण नहीं मिल पाता है। ऐसे में अगर खास महाल के लीजधारियों को जमीन का स्थाई लीज कर दिया जाए, तो व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। चैंबर अध्यक्ष ने कहा कि 30 से 35 प्रतिशत के कर स्लैब को बीस प्रतिशत कर व्यवसायियों को राहत देनी चाहिए। जीएसटी में भी संशोधन जरूरी है। मैन्यूफेक्चरिग यूनिट पर ही सख्ती से जीएसटी लागू होनी चाहिए। चेक पोस्ट पर सख्ती से जांच होनी चाहिए। सिर्फ मैन्यूफैक्चरिग यूनिट पर जीएसटी लगेगा, तो व्यवसायी तनाव मुक्त होकर अपना व्यवसाय कर सकेंगे। अफसरशाही का अनावश्यक हस्तक्षेप भी रूकेगा।