लॉकडाउन ने छीना रेहड़ी व्यवसायियों का रोजगार
मुंगेर। बीते दो महीने से जारी लॉकडॉउन के कारण जिले के विभिन्न हटिया में रेहड़ी पटर
मुंगेर। बीते दो महीने से जारी लॉकडॉउन के कारण जिले के विभिन्न हटिया में रेहड़ी पटरी लगाकर विभिन्न प्रकार के सामान बेचने वाले छोटे-मोटे व्यवसायियों का रोजगार छिन गया है। ऐसे व्यवसायी अब लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। ताकि, विभिन्न साप्ताहिक हाटों में जाकर अपने सामान की बिक्री कर सकें। विदित हो कि प्रखंड के लगभग पांच दर्जन से अधिक छोटे-छोटे व्यवसायी बरियारपुर, नौवागढ़ी, खड़गपुर, घोरघट कल्याणपुर, इटहरी जैसे ग्रामीण हाट में जाकर कपड़े चूड़ी लहठी सौंदर्य प्रसाधन के सामान लहसुन मिर्च नींबू सहित कई प्रकार की सामानों की बिक्री करते हैं। लेकिन लॉकडाउन के कारण साप्ताहिक हाट नहीं लग रहे हैं। जिनके कारण इन लोगों का व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है। इन लोगों के सामने भूखों मरने की स्थिति आ गई है। विभिन्न हाटों में अपने सामान बेचने वाले भरत लाल, राज कुमार यादव, विजय शाह, दिलीप लाहिरी, बबलू, शेखर आदि ने बताया कि लॉकडाउन के पहले हर साप्ताहिक हाट में जाकर वे लोग अपने सामान बेचते थे। सामानों की बिक्री से ही उन लोगों का परिवार चलता था, लेकिन दो महीनों से हटिया नहीं लगने के कारण उन लोगों के सामने विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है। बैठे-बैठे सारी जमा पूंजी खर्च हो गई है। अगर सरकार लॉकडाउन को पूर्णत समाप्त कर हाटों को चालू नहीं करती है, तो उन लोगों के सामने विकट स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। इन लोगों का रोजगार पूरी तरह से चौपट हो जाएगा। इसी रोजगार से उनलोगों के घर का राशन, पानी दवाई, बच्चों की पढ़ाई तथा अन्य कार्य होते हैं। इन लोगों ने जिला प्रशासन से साप्ताहिक हाट लगाने की मांग की है।