अंधेर नगरी चौपट राजा वाले व्यवस्था में चल रहा मुख्यालय का सदर अस्पताल

मुंगेर । यह जिला मुख्यालय का सदर स्पताल है साहब। स्वास्थ्य विभाग से समय निर्धारित होने के बाद भी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 07:38 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:48 PM (IST)
अंधेर नगरी चौपट राजा वाले व्यवस्था में चल रहा मुख्यालय का सदर अस्पताल
अंधेर नगरी चौपट राजा वाले व्यवस्था में चल रहा मुख्यालय का सदर अस्पताल

मुंगेर । यह जिला मुख्यालय का सदर स्पताल है साहब। स्वास्थ्य विभाग से समय निर्धारित होने के बाद भी यहां चिकित्सकों के आने का कोई समय नहीं है। कुछ दो घंटे विलंब से पहुंचते हैं तो कई बिना सूचना के गायब रहते हैं। विभाग के अफसरों का दौरा छोड़ दें तो ज्यादा समय सदर अस्पताल अंधेर नगरी चौपट राजा वाले व्यवस्था में चल रहा है। यहां कर्मचारी से लेकर चिकित्सक तक सभी अपने मन के राजा है। इन्हें न वक्त का ख्याल है और न ही नियमित ड्यूटी का। जब धरती के भगवान संवेदनशील नहीं होंगे ऐसे में लोग सेहमंत कैसे हो सकते हैं। अस्पताल में मरीजों की भीड़ और चिकित्सकों की खाली कुर्सियां यही सवाल दुहरा रही है। मरीज इलाज कराने के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। उन्हें सही जानकारी देने वाला तक अस्पताल में कोई नहीं था। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से रूबरू होने मंगलवार की सुबह जागरण की टीम सदर अस्पताल पहुंची, व्यवस्था देखकर भौंचक रह गई। एक रिपोर्ट..। ---------------------- सुबह 8.50 बजे, ओपीडी ओपीडी में चिकित्सकों के आने का समय सुबह आठ से 12 बजे तक निर्धारित है। ओपीडी में तीन चिकित्सकों की ड्यूटी लगती है, इसमें से हड्डी रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन और दंत रोग विशेषज्ञ का रहना है। मंगलवार को फिजिशियन डा. संगीत और दंत रोग विशेषज्ञ डा. अंबरीश चैंबर में थे। लेकिन हड्डी रोग विशेषज्ञ का पता नहीं है। ओपीडी में पहुंचे ज्यादतर मरीज हड्डी विशेषज्ञ से इलाज कराने पहुंचे थे। 9.30 तक साहब का पता नहीं था। ऐसे में कई मरीज लौट गए। सुधा देवी, मकुना की सुषमा देवी, सरिता देवी एवं तिलोखर की सजनी देवी सहित दर्जनों महिला मरीज महिला चिकित्सक के इंतजार घंटों महिला ओपीडी के समीप खड़ी रही। --------------------------- सुबह, 9.40 बजे, प्रसव केंद्र प्रसव केंद्र में 13 महिला मरीज बेड पर भर्ती थे। महिला चिकित्सक का चैंबर खुला था। पर, कुर्सी पर चिकित्सक नहीं थी। मरीज वार्ड में राउंड के लिए चिकित्सक का इंतजार करते रहे। कई महिलाएं प्रसव पीड़ा से परेशान थी। ऐसे में नर्सों ने महिलाओं को जरूरी दवाइयां और इंजेक्शन दिए। 10 बजे तक महिला चिकित्सक नहीं आई थी। नर्स ने बताया कि मैडम आन काल पहुंचती है। ----------------------- सुबह 10.10 बजे, टीवी वार्ड टीवी वार्ड का कक्ष खुला था। बाहर में सफाई कर्मी झाड़ू लगा रहा था। आधा दर्जन से ज्यादा मरीज टीवी वार्ड में इलाज के लिए पहुंच गए थे। 10.50 बजे तक चिकित्सक का पता नहीं था। मरीज लाचार होकर बाहर बैठ गए। टीवी वार्ड के बाहर बैठे पूरबसराय के महेंद्र प्रसाद, रामकिशुन, रामकेसरी ने बताया कि सुबह 8.30 बजे इलाज यहां शुरू होता है। दो घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी डाक्टर साहब का पता नहीं है। बुधवार को फिर से आएंगे। ----------------------- सदर अस्पताल में दवाइयां और इंजेक्शन भी नहीं सदर अस्पताल में कई जरूरी दवाइयां लगभग दो माह से नहीं है। कफ सीरप, आयरन टबलेट, एमेक्सिन स्लाइन, डाक्सीलिन, कैल्शियम, सिल्वर क्रीम, मेटाजोलिन, विटामिन-बी कांप्लेक्स सहित कई दवाइयां अस्पताल में नहीं होने से मरीज के स्वजनों को बाहर से खरीदनी पड़ रही है। यहां मई के बाद दवाइयों की खरीदारी नहीं हुई है। ----------------------- कोट -सभी को निर्धारित समय पर अस्पताल पहुंचना है। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। मंगलवार को जो चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी समय पर नहीं पहुंचे हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी। स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

डा. हरेंद्र कुमार आलोक, सिविल सर्जन

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