कृषि विभाग की गैर उपयोगी भूमि पर भी लगाएं पौधे : मुख्य सचिव

संवाद सूत्र मुंगेर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये जल जी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 08:32 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 08:32 PM (IST)
कृषि विभाग की गैर उपयोगी भूमि पर भी लगाएं पौधे : मुख्य सचिव
कृषि विभाग की गैर उपयोगी भूमि पर भी लगाएं पौधे : मुख्य सचिव

संवाद सूत्र, मुंगेर : मुख्य सचिव दीपक कुमार ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये जल जीवन हरियाली, सात निश्चय योजना और मानव श्रृंखला को लेकर जिलों में चल रही तैयारियों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने सभी जिला के डीएम को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि जिलों में सार्वजनिक कुओं को लेकर डीएम फिर से सर्वे करा कर प्रतिवेदन दें। शहरी क्षेत्रों में स्थित जल निकायों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए चारदीवारी निर्माण करना आवश्यक है। कृषि विभाग के अन्य उपयोगी भूमि में पौधारोपण का कार्य कराने के निर्देश देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि वन पदाधिकारी और जिला कृषि पदाधिकारी आपसी समन्वय बना कर कार्य करेंगे। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रेन वाटर हार्वेस्टिग का कार्य रोगी कल्याण समिति के माध्यम से करने के निर्देश दिए। बिजली बचत को लेकर उन्होंने एक बार फिर सभी डीएम को निर्देश दिया कि जिला स्तरीय समन्वय समिति की होने वाली बैठक के एजेंडा में इसे शामिल करें। मुख्य सचिव ने चौड़ क्षेत्र के विकास पर भी जोर दिया। डीडीसी की अध्यक्षता में बनी कमिटी अपने जिलों में चैकडेम निर्माण की संभावना को तलाशेंगे। लिफ्ट सिचाई का भी प्रस्ताव देंगे। सभी पंचायतों में 9 वीं वर्ग की पढ़ाई अगले वित्तीय वर्ष से शुरु हो जाएगी। स्कूलों में विद्यालय शिक्षा समिति के सहयोग से रेन वाटर हारवेंस्टिग का कार्य कराएं। मुख्य सचिव ने कहा कि मिशन मोड में पूरे राज्य में दो करोड़ 51 लाख पौधे लगाये जाने हैं। मुंगेर जिले में 2 लाख 28 हजार पौधा लगाने का लक्ष्य है। इस अभियान में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करें। ताकि, पर्यावरण सुरक्षा के प्रति आम लोगों की जागरुकता बढ़े। इस मिशन में सरकारी संस्थाओं के साथ ही निजी संस्था और एनजीओ को भी जोड़ने के निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत सभी वार्ड में हर घर नल का जल योजना शुरू करें। मुख्य सचिव ने मानव श्रृंखला को लेकर सभी जिलों को रूट चार्ट और नक्शा तैयार कर मुख्यालय भेजने को कहा। कला जत्था के माध्यम से 20 दिसंबर से पंचायतों में नुक्कड़ नाटक शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इस बार 16 हजार 200 किलोमीटर लंबी मानव श्रंखला बनाने का लक्ष्य है। जिसमें चार करोड़ से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे। प्रत्येक वार्ड सदस्य 100 मीटर लंबी मानव श्रृंखला का निर्माण अलग से करेंगे। वीडियो कांफ्रेंस में डीडीसी प्रशांत कुमार सीएच, आयुक्त के सचिव राम अनुग्रह नारायण सिंह आदि मौजूद थे।

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