जैविक खेती से भूमि की बढ़ेगी उर्वरा शक्ति : मुकेश कुमार

संवाद सूत्र मुंगेर मंगलवार को सदर प्रखंड स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में आईटीसी सु

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Mar 2019 10:09 PM (IST) Updated:Tue, 26 Mar 2019 10:09 PM (IST)
जैविक खेती से भूमि की बढ़ेगी उर्वरा शक्ति : मुकेश कुमार
जैविक खेती से भूमि की बढ़ेगी उर्वरा शक्ति : मुकेश कुमार

संवाद सूत्र, मुंगेर : मंगलवार को सदर प्रखंड स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में आईटीसी सुनहरा कल के तहत प्रभा संस्था के द्वारा विभिन्न पंचायतों से आए 60 किसानों को 30-30 के दो बैच में बांट कर वर्मी कंपोस्ट उत्पादन, जैविक खेती और सब्जियों की खेती को लेकर तीन दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। प्रशिक्षण कार्यशाला का कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक मुकेश कुमार, प्रभा संस्था के राजु, वैज्ञानिक डा. विनोद कुमार, इंजीनियर अशोक कुमार, गृह वैज्ञानिक रीता लाल, प्रहलाद आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वल्लित कर उद्धघाटन किया। इस अवसर पर मुकेश कुमार ने कहा कि जैविक खेती से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है और साथ ही उत्पादन भी अधिक होता है। किसान अपने खेतों में रसायनिक उर्वरक के बदले वर्मी कंपोस्ट का ही उपयोग करें। किसानों को वर्मी कंपोस्ट बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। डा. विनोद कुमार ने कहा कि लगातार चार पांच वर्ष तक जैविक खेती करने से खेत टिकाऊ रहता है। भूमि की गुणवत्ता में सुधार हो जाता है। रसायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मिट्टी की गुणवत्ता काफी खराब हो जाती है। इससे बचने के लिए किसान पशुपालन कर जैविक खेती को बढ़ावा दे सकते हैं। जैविक खाद में 16 प्रकार के सुक्ष्म तत्व पाए जाते हैं। जैविक खाद से मृदा में जलधारण की क्षमता बढ़ जाती है। मौके पर सुधीर कुमार, वैभव, प्रेम कुमार आदि उपस्थित थे।

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