दरोगा एवं बीएसएससी मुख्य परीक्षा की तिथि बदलने को लेकर शहर में हुआ प्रदर्शन

दरोगा एवं बीएसएससी मुख्य परीक्षा की तिथि बदलने को लेकर शहर में हुआ प्रदर्शन - 29 नवंबर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 07:41 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 07:41 PM (IST)
दरोगा एवं बीएसएससी मुख्य परीक्षा की तिथि बदलने को लेकर शहर में हुआ प्रदर्शन
दरोगा एवं बीएसएससी मुख्य परीक्षा की तिथि बदलने को लेकर शहर में हुआ प्रदर्शन

दरोगा एवं बीएसएससी मुख्य परीक्षा की तिथि बदलने को लेकर शहर में हुआ प्रदर्शन

- 29 नवंबर को परीक्षा की तिथि है निर्धारित संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) :

मुंगेर । बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा दारोगा की मुख्य परीक्षा तथा बिहार कर्मचारी चयन आयोग की मुख्य परीक्षा की तिथि एक ही दिन 29 नवंबर को निर्धारित किए जाने के विरोध में छात्रों ने जमालपुर में प्रदर्शन किया।

बुधवार को शहर में दोनों परीक्षा के दर्जनों अभ्यर्थियों ने शहर में प्रदर्शन कर सरकार से छात्र हित को देखते हुए परीक्षा की तिथि में बदलाव करने की मांग की। इधर अभ्यर्थियों के जायज मांग का समर्थन करते हुए युवा राजद नेता राज गुप्ता उर्फ सिटू एवं चंदन पासवान ने संयुक्त रूप से कहा कि परीक्षा की तिथि में बदलाव को लेकर बीते 15 दिनों से छात्र छात्राओं का प्रदर्शन जारी है। इसके बावजूद आयोग इसको लेकर गंभीर नहीं है। एक तो रोजगार देने के सवाल पर केंद्र एवं राज्य सरकार शिक्षित बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ कर रही है। वहीं, जब दरोगा एवं बिहार कर्मचारी चयन आयोग की मुख्य परीक्षा में शहर के मेधावी छात्र सफल हुए हैं, तो अब सरकार इन दोनों विभागों की परीक्षा एक साथ लेकर अभ्यर्थियों का शोषण करने में लगी है। अभ्यर्थी रोशन, नीतीश, रितेश, दीपक, सलामत, अविनाश, अभिजीत, गौतम, अंकित, संतोष, विवेक, राजू, अनिकेत, विनय, गौरव, निशांत, अभिषेक आदि ने कहा कि दारोगा की मुख्य परीक्षा बीते 11 अक्टूबर तथा बिहार कर्मचारी चयन आयोग इंटर स्तरीय मुख्य परीक्षा 18 अक्टूबर को होने वाला था। जो चुनाव के कारण स्थगित कर दिया गया। जब दोनों परीक्षा की तिथि अलग-अलग निर्धारित थी, तो फिर किस आधार पर 29 नवंबर को एक ही तिथि में दोनों परीक्षा लेने की बात आयोग द्वारा कही जा रही है। आयोग का यह निर्णय किसी भी तरह से छात्र हित में नहीं है। दोनों परीक्षा में कम से कम एक सप्ताह का अंतर रखा जाए, ताकि परीक्षार्थी इसमें सम्मिलित हो सके। अगर ऐसा नहीं हुआ तो पूरे राज्य में व्यापक रूप से आंदोलन किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी