जाति आधारित जनगणना सभी लोगों का मौलिक अधिकार: जयप्रकाश
मुंगेर । जाति आधारित जनगणना सभी लोगों का मौलिक अधिकार है। इससे सभी जाति के लोगों की जनसंख्य
मुंगेर । जाति आधारित जनगणना सभी लोगों का मौलिक अधिकार है। इससे सभी जाति के लोगों की जनसंख्या के बारे जानकारी होगी। इसे लेकर राजद कई वर्षाे से लगातार मांग भी कर रही है। यह जानकारी पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव ने रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में दी। जयप्रकाश ने कहा कि जाति आधारित जनगणना के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने ही सबसे पहले आवाज उठाई थी। इसे लेकर सांसद, विधानसभा में पुरजोर तरीके से आवाज बुलंद किया गया था। सूबे में धरना-प्रदर्शन भी हुआ था। लेकिन, एनडीए की सरकार जातिय आधारित जनगणना से भाग रही है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का बयान समझ से परे है, उन्होंने जाति आधारित जनगणना में सिर्फ एससी-एसटी शामिल करने की बात कही है। राज्य मंत्री के बयान का निदा करता हूं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जातीय आधारित जनगणना होने से सभी जाति के लोगों का वास्तविक आंकड़ा सामने आएगा। सभी जाति के लोगों का आर्थिक स्तर, शौक्षणिक स्तर, सामाजिक स्तर क्या है, इसकी जानकारी होगी। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में महंगाई चरम पर है। लोग बढ़ती महगाई से कराह रहे हैं और सरकार चैन की नींद सो रही है। मंहगाई के खिलाफ एक सप्ताह पहले प्रखंड से लेकर जिला मख्यालय पर राजद ने प्रदर्शन किया था। जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी तो एनडीए ही महंगाई को डायन की संज्ञा दिया था, आज वह दिन सभी भूल गए। इस अवसर पर वरीय राजद नेता श्रीकांत यादव, प्रो. विनय कुमार सुमन, अशोक रजक, मु. शकील अहमद थे।