जलसा का आगाज, मेहमानों से शहर हुआ गुलजार
संवाद सूत्र, मुंगेर : जामिया रहमानी में आयोजित दो दिवसीय सालाना जलसा में 50 हजार से ज्यादा अकीदतमंद
संवाद सूत्र, मुंगेर : जामिया रहमानी में आयोजित दो दिवसीय सालाना जलसा में 50 हजार से ज्यादा अकीदतमंद खानकाह पहुंचे। जलसा में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों के अलावा दूसरे राज्यों से पहुंचे दुकानदारों की लजीज व्यंजनों की खुशबू आती रही। अकीदतंमदों की भीड़ से शहर गुलजार हो गया है। दुकानों पर व्यंजनों के अलावा ऊनी व गर्म कपड़े, दीनी तालिम की किताब, इत्र, कुर्ता, घरेलू उपकरण के साथ दिखा। रुमाली रोटी व लखनवी हलवे की दुकान मेहमानों की पसंद बनी। बाहर से आए मेहमानों को ठहरने के लिए कई स्थानों पर भव्य पंडाल बनाए गए हैं। जलसा में नेपाल, यूपी, मध्य प्रदेश, लखनऊ सहित अन्य राज्यों के दुकानदार पहुंच कर अपनी -अपनी दुकानें खोली है। शनिवार बाद नमाज मगरिग के बाद दस्तारबंदी की गई, इसमें जामिया रहमानी से अपनी पढ़ाई पूरी कर निकले 85 छात्रों के सिर पगड़ी बांधी गई। रविवार को सालाना फातिहा के साथ जलसा संपन्न होगा। जलसा में शामिल होने के लिए शुक्रवार से ही लोगों के मुंगेर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। खानकाह रहमानी के जेड रहमानी ने बताया कि सालाना जलसा में कई विद्वानों की तकरीरे हुई। महाराष्ट्र से मौलाना उमरैन महफुज, मौलाना मुख्तार मिल्ली, पश्चिम बंगाल से कारी खुर्शीद अकरम, यूपी से अब्दुल्ला नदवी के अलावे कई नामचीन विद्वान शामिल हुए। 85 हाफिज व आलिम की दस्तारबंदी समारोह की सदारत इमारत-ए- शरिया के अमिर मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी ने किया। ------------------------- जलसा से पैगाम लेकर जाते हैं लोग जलसा में पहुंचे विद्धानों ने शराब नहीं पीने, जिना न करने, चोरी न करने, दूसरे की संपत्ति पर नजर नहीं रखने, दूसरों पर जुल्म नहीं करने की बातों पर चर्चा हुई। जलसा में लोग यही पैगाम लेकर जाते हैं। जेड रहमानी ने कहा कि परेशानियों से छूटकारा मिलता है। दूर-दराज से पहुंचे लोगों को खानकाह की सरजमीं पर पूरी तरह ऐतवार है। यहां आने से लोगों को सुकून मिलता है, यहां पहुंचने के साथ ही लोग कुरआन की तिलावत में जुट जाते हैं, जिससे उन्हें पूरी तरह शांति मिलती है। ---------------------------------- किसी को लखनवी हलवा भाया तो कई को रुमाली पराठा सलाना जलसा को लेकर बाहर से कई दुकानदार आए थे। कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों की दुकानें सजी हुई थी। बाहर से पहुंचे कई मेहमानों को लखनवी हलवा पसंद आया तो कई ने रुमाली पराठा का स्वाद लिया। मेले जैसा ²श्य देखकर हर को आश्चर्यचकित रहे। जलसा को देखने के लिए शहर के लोग भी पहुंचे। सछ्वावना और सछ्वाव का अछ्वूत झलक देखने को मिला। कंबल दुकानों पर भी काफी भीड़ रही। हर कोई अपने-अपने पाकेट के हिसाब से कंबलों की खरीदारी की। ---------------------------------- 30 नवंबर तक बच्चे और औरतों के प्रवेश पर रोक खानकाह रहमानी के प्रवक्ता इम्तियाज रहमानी ने कहा सालाना उर्स को लेकर 25 से 30 नवंबर तक बच्चे और मेहमान औरतो का खानकाह आने पर प्रतिबंध है । उन्होंने कहा नवंबर के माह में तालीम और दुरूद शरीफ की मजलिस आखरी शनिवार को हुई। रविवार को दुआं के साथ जलसा संपन्न होगा।